क्या किसी खबर के पीछे असल वजह क्या है? कौन उसका पक्ष ले रहा है और किसका नुकसान हो रहा है? यह पन्ना उन्हीं सवालों के जवाब के लिए है। यहाँ आप राजनीतिक झगड़े, समाजिक बवाल, फिल्म‑दुनिया के विवाद और कारोबार या टेक से जुड़ी बहसों की साफ खबर और ताज़ा अपडेट पाएँगे।
हमारी कोशिश है कि हर विवाद को केवल सनसनीज़दा हेडलाइन नहीं बनाएँ, बल्कि उसकी पृष्टभूमि, तारीख‑किस्सा और कानूनी या सामाजिक निहितार्थ भी बताएं। उदाहरण के लिए, Bharat Bandh से जुड़ा लेख संवैधानिक सवालों और सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसलों पर रोशनी डालता है, वहीं LoC पर सेना की कारवाई वाली रिपोर्ट घटना‑काल और औपचारिक बयान रिकॉर्ड करती है।
कई बार विवाद गर्म होते ही हजारों पोस्ट उड़ने लगती हैं। सबसे पहले हेडलाइन पढ़ें, फिर तारीख और स्रोत। क्या रिपोर्ट में सरकारी बयान, कोर्ट ऑर्डर या प्रत्यक्ष गवाह दिए गए हैं? अगर नहीं, तो खबर को इत्तला समझकर बाँटना सही नहीं। हमारे हर लेख में स्रोत और टाइमलाइन दिए जाते हैं ताकि आप घटना की सच्चाई खुद समझ सकें।
उदाहरण: धीरज कुमार के निधन की रिपोर्ट में हमनें परिवार और अस्पताल के बयान साथ रखे हैं; आयकर बिल 2025 की खबर में बिल की मुख्य बातें और लागू होने की तारीख साफ लिखी है। इससे आप पल‑पल की अफवाहों से बच सकते हैं।
यहाँ तीन तरह की रिपोर्ट मुख्य रूप से मिलेंगी: 1) ताज़ा घटनाओं की ब्रेकिंग रिपोर्ट (जैसे LoC घटनाएँ, बड़े ब्लॉक‑डील्स), 2) गहरी रिपोर्ट और विश्लेषण (जैसे आयकर बिल या भारत‑UK FTA के निहितार्थ), और 3) लोक‑संसाधन वाले गाइड (किसी फैसले का सीधा असर आपके रोजमर्रा पर)।
अगर आप मनोरंजन दुनिया के विवादों को देखते हैं तो विक्की कौशल की फिल्म कलेक्शन या फिल्म‑समाचार में उठे केसों के तथ्य अलग तरह से बताए जाते हैं—बॉक्स‑ऑफिस डेटा, स्पॉइलर‑मायने और कानूनी दावों का अलग सेक्शन।
क्या आप अपडेट पाना चाहते हैं? पेज पर दिए 'सब्सक्राइब' या नोटिफ़िकेशन विकल्प से ताजा अलर्ट मिलेंगे। टिप्पणी में अपने सवाल लिखें — हमारी टीम अक्सर प्रमुख सवालों के जवाब के साथ अपडेट प्रकाशित करती है।
अंत में, याद रखें: विवाद अक्सर भावनाओं पर असर करते हैं। शेयर करने से पहले स्रोत देखिए, तारीख चेक कीजिए और अगर संभव हो तो एक‑दो भरोसेमंद मीडिया रिपोर्ट्स मिलाकर देखिए। यही आसान तरीका है कि आप सही खबर फैलाएँ और अफवाहें रुकें।
इस टैग पर रोज नयी खबरें आती रहती हैं — राजनीति, खेल, स्वास्थ्य, टेक और मनोरंजन में जो भी बड़ा मुद्दा बनेगा, उसका विस्तृत कवरेज आप यहाँ पाएँगे।
AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ लेते समय 'जय पलेस्तीन' कहकर विवाद खड़ा कर दिया। ओवैसी ने उर्दू में शपथ ली और तेलंगाना, भीमराव अंबेडकर और मुसलमानों के लिए AIMIM के नारे का उल्लेख किया। उनकी पलेस्तीन की बात से निचले सदन में हंगामा हो गया, जिसके बाद चेयर ने टिप्पणी को रिकॉर्ड से हटाने का आदेश दिया।