सेंसेक्स सुनते ही मार्केट की हलचल का अंदाजा हो जाता है। पर अक्सर सवाल यही होता है — आज सेंसेक्स उठा या गिरा, और असल वजह क्या थी? सीधे शब्दों में: सेंसेक्स 30 बड़ी कंपनियों के शेयर प्राइस का संवेदी सूचक है। यह दुनिया और देश की खबरों, बड़ी डील्स, नीतियों और निवेशकों के भरोसे से तात्कालिक रूप से बदलता है।
उदाहरण चाहें तो 3 जून 2025 की ब्लॉक डील्स ने बाजार में हलचल पैदा की — YES Bank, Zinka Logistics, Aptus और Ola Electric में करीब 5500 करोड़ की ट्रेडिंग ने कुछ सेक्टरों के शेयरों में तेज़ उतार-चढ़ाव लाया। इसी तरह Fed के ब्याज दर के फैसले या 18 दिसंबर 2024 की कटौती की खबरें ग्लोबल फ्लो को बदलकर सेंसेक्स पर असर डालती हैं।
यहाँ वे बातें हैं जिन्हें हर निवेशक रोज़ ध्यान में रखता है:
अगर आप नया निवेशक हैं या रोज़ाना बाजार देखते हैं तो ये छोटे-छोटे कदम आपकी मदद करेंगे:
बाज़ार हमेशा बदलता है। छोटी खबरें तेज असर देंगी और बड़ी नीतियाँ लंबी अवधि में रुझान बदलेंगी। रोज़ाना थोड़ी समझ और भरोसेमंद स्रोत आपकी निवेश यात्रा को आसान बनाते हैं। यहाँ 'समाचार संवाद' पर आप सेंसेक्स से जुड़ी ताज़ा खबरें, ब्लॉक डील अपडेट और नीतिगत बदलाव सरल भाषा में पढ़ सकते हैं।
भारतीय शेयर बाजार ने 29 नवंबर, 2024 को जबरदस्त सुधार दर्ज किया, जहां बीएसई सेंसेक्स में 759.05 अंक की बढ़त हुई। बाजार के सकारात्मक मूड का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि निफ्टी 50 इंडेक्स ने भी 216.95 अंक की वृद्धि दर्ज की। यह सुधार वैश्विक बाजारों में पुनर्जागरण और कच्चे तेल की घटी कीमतों के कारण हुआ।