NIRF रैंकिंग 2024 लाइव अपडेट्स: टॉप इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों की सूची और शिक्षा मंत्रालय की घोषणा

NIRF रैंकिंग 2024 लाइव अपडेट्स: टॉप इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों की सूची और शिक्षा मंत्रालय की घोषणा

NIRF रैंकिंग 2024: पुरस्कार समारोह और मुख्य घोषणाएं

शिक्षा मंत्रालय ने 12 अगस्त 2024 को दोपहर 3 बजे राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) रैंकिंग 2024 की घोषणा की। यह आयोजन पूरे देश में शिक्षा संस्थानों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए महत्वपूर्ण होता है। इस साल की रैंकिंग में, IIT मद्रास ने ओवरऑल श्रेणी में शीर्ष स्थान हासिल किया है, जबकि IISC बेंगलुरु को सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय का खिताब मिला है।

इस वर्ष के NIRF रैंकिंग की घोषणा शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने की, जिन्होंने शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्टता और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए इन रैंकिंग्स की महत्वता पर जोर दिया।

रैंकिंग के मुख्य मापदंड

NIRF फ्रेमवर्क का उपयोग करके संस्थानों को विभिन्न प्रमुख मापदंडों के आधार पर रैंक किया जाता है, जिनमें 'शिक्षण, सीखने और संसाधन', 'अनुसंधान और पेशेवर प्रथाएं', 'स्नातक परिणाम', 'आउटरीच और समावेशिता', और 'धारणाएं' शामिल हैं। ये मापदंड संस्थानों के समग्र प्रदर्शन का एक व्यापक चित्रण देते हैं।

इस साल IIT मद्रास ने ओवरऑल श्रेणी में पहला स्थान प्राप्त किया है, जबकि IISC बेंगलुरु ने विश्वविद्यालय श्रेणी में सबसे पहले स्थान पाया है। JNU और जामिया मिलिया इस्लामिया ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त किया है।

शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेज

इंजीनियरिंग कॉलेजों की सूची में IIT मद्रास शीर्ष पर है। यह संस्थान अपने उन्नत शिक्षण और अनुसंधान सुविधाओं के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा, IIT दिल्ली, IIT बॉम्बे, IIT कानपुर और IIT खड़गपुर ने भी शीर्ष स्थानों पर कब्जा किया है। ये संस्थान अपने अद्वितीय पाठ्यक्रम और उन्नत अनुसंधान परियोजनाओं के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त कर चुके हैं।

इन शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेजों ने बार-बार यह साबित किया है कि वे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी हैं और उनके छात्र उत्कृष्ट परिणाम दिखा रहे हैं।

शीर्ष चिकित्सा कॉलेज

मेडिकल कॉलेजों की श्रेणी में AIIMS, नई दिल्ली ने पहले स्थान पर कब्जा किया है। AIIMS अपनी चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान के लिए विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त है। इसके बाद, PGIMER चंडीगढ़ और CMC वेल्लोर ने भी शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। चिकित्सा के क्षेत्र में इन संस्थानों की प्रतिष्ठा और गुणवत्ता को अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा भी सराहा जाता है।

इन मेडिकल कॉलेजों में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और उन्नत चिकित्सा अनुसंधान सुविधाएं हैं, जो उन्हें देश और विश्व स्तर पर अग्रणी बनाती हैं।

NIRF रैंकिंग का महत्व

NIRF रैंकिंग का महत्व

NIRF रैंकिंग का उद्देश्य भारतीय शिक्षा संस्थानों में उत्कृष्टता और पारदर्शिता को बढ़ावा देना है। यह रैंकिंग उच्च शिक्षा संस्थानों के प्रदर्शन का व्यापक मूल्यांकन करती है और छात्रों को सही संस्थान का चयन करने में मदद करती है। यह रैंकिंग संस्थानों को सुधारने और अपने प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए मोटिवेट करती है।

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यह रैंकिंग शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्ता और उत्कृष्टता को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे भारत में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा और देश को भविष्य में शिक्षा के क्षेत्र में एक वैश्विक नेता बनाने में मदद मिलेगी।

NIRF वेबसाइट पर विस्तृत जानकारी

जो लोग विस्तृत रैंकिंग देखना चाहते हैं, वे NIRF की आधिकारिक वेबसाइट (nirfindia.org) पर जा सकते हैं। वहां विभिन्न श्रेणियों के तहत संस्थानों की पूरी सूची उपलब्ध है।

इन रैंकिंग्स के माध्यम से शिक्षा मंत्रालय उच्च शिक्षा प्रणाली में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है, जो छात्रों और संस्थानों को उनकी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करेगा।

अंतिम निष्कर्ष

अंतिम निष्कर्ष

NIRF रैंकिंग 2024 ने एक बार फिर से शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्टता को मापने और प्रमोट करने का काम किया है। IIT मद्रास, IISC बेंगलुरु और AIIMS, नई दिल्ली ने अपनी-अपनी श्रेणियों में शीर्ष स्थान प्राप्त कर यह साबित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में सुपीरियर हैं। शिक्षा मंत्रालय द्वारा हर साल जारी की जाने वाली यह रैंकिंग उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक स्तंभ के रूप में काम करती है, जो संस्थानों को अपनी गुणवत्ता सुधारने के लिए प्रेरित करती है और छात्रों को बेहतर विकल्प चुनने में मदद करती है।

12 टिप्पणि

  • VALLI M N

    VALLI M N

    अगस्त 12, 2024 AT 21:41

    वाह भाई, IIT मद्रास फिर से टॉप पर! देश की शान बढ़ाने वाले इंस्टीट्यूट को आगे बढ़ाते रहें 🇮🇳😀

  • Aparajita Mishra

    Aparajita Mishra

    अगस्त 14, 2024 AT 07:01

    सच में, ये रैंकिंग देख कर लगता है कोई टीवी शो का स्कोरकार्ड हो गया है, सबका एक ही जगह पर होना थोड़ा अजीब है 😂

  • Shiva Sharifi

    Shiva Sharifi

    अगस्त 15, 2024 AT 16:21

    निर्फ रैंकिंग 2024 में कई मापदंडों को देखा गया है।
    पहला मापदंड है शिक्षण, सीखने और संसाधन।
    इसमें फैकल्टी की क्वालिटी और लैब सुविधाओं की जांच होती है।
    दूसरा है अनुसंधान और पेशेवर प्रथाएं, जहाँ पेपर पब्लिकेशन और पेटेंट्स को माना जाता है।
    फिर स्नातक परिणाम आते हैं, जिसमें प्लेसमेंट और पास रेटिंग शामिल है।
    आउटरीच और समावेशिता भी महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि सामाजिक जिम्मेदारी आज के दौर में जरूरी है।
    धारणाएं यानी रिसेप्शन भी एक पैरामीटर है, जो स्टेकहोल्डर्स की फीडबैक पर आधारित होता है।
    इन सभी मानकों का कुल स्कोर बनाकर रैंकिंग तय की जाती है।
    IIT मद्रास ने हर पैरामीटर में उच्च अंक प्राप्त किए, इसलिए ओवरऑल में पहला स्थान मिला।
    IISC बेंगलुरु ने विश्वविद्यालय श्रेणी में सर्वश्रेष्ठता हासिल की, खासकर रिसर्च और अंतरराष्ट्रीय सहयोग में।
    AIIMS नई दिल्ली ने मेडिकल क्षेत्र में उत्कृष्टता दिखाते हुए शीर्ष पर रहा।
    इन संस्थानों की सफलता को देखकर छोटे कॉलेजों को भी प्रेरणा मिलनी चाहिए।
    हालांकि, कुछ पुराने कॉलेजों के स्कोर अपेक्षा से कम आए, जिससे सुधार के नए अवसर खुलते हैं।
    अगर नीतियों में सही सुधार किया जाए, तो पूरे भारत की शिक्षा गुणवत्ता में उछाल आएगा।
    अंत में, निर्फ रैंकिंग सिर्फ एक लिस्ट नहीं, बल्कि संस्थानों को उनके प्रदर्शन के अनुसार मोटिवेट करने का एक उपकरण है।

  • Ayush Dhingra

    Ayush Dhingra

    अगस्त 17, 2024 AT 01:41

    रैंकिंग देख कर लगता है कि हम सबका मूल्य अंक में बदल गया है, पर असली शिक्षा तो दिल से आती है। इसलिए सिर्फ नंबरों पे फोकस करना सही नहीं।

  • Vineet Sharma

    Vineet Sharma

    अगस्त 18, 2024 AT 11:01

    बिल्कुल, अब तो हर कॉलेज को अपनी लाइफ़स्टाइल दिखाने के लिए रैंकिंग चाहिए, वरना भीड़ में खो जाता है।

  • Aswathy Nambiar

    Aswathy Nambiar

    अगस्त 19, 2024 AT 20:21

    जीवन का मतलब तो ऐसे ही रैंकिंग में नहीं, कबो‑कबो तो दिमाग का भी रैंकिंग होना चाहिए, वरना हम सब उलझे रहेंगे।

  • Ashish Verma

    Ashish Verma

    अगस्त 21, 2024 AT 05:41

    हमारी संस्कृति में सीखना और सिखाना हमेशा से ही सम्मानित रहा है, इस रैंकिंग से हमें अपने पुरखों की मेहनत याद आती है 😊

  • Akshay Gore

    Akshay Gore

    अगस्त 22, 2024 AT 15:01

    मैं कहूँगा कि इस रैंकिंग की बिलकुल जरूरत नहीं, असली टैलेंट तो ग्रिड में नहीं दिखता।

  • Sanjay Kumar

    Sanjay Kumar

    अगस्त 24, 2024 AT 00:21

    सभी संस्थानों को मिलकर एक बेहतर शिक्षा प्रणाली बनानी चाहिए, प्रतिस्पर्धा से अधिक सहयोग पर जोर देना चाहिए।

  • adarsh pandey

    adarsh pandey

    अगस्त 25, 2024 AT 09:41

    बिल्कुल सही कहा, सहयोगी माहौल में ही छात्रों की प्रतिभा पूरी तरह उभरेगी और देश का भविष्य सुरक्षित रहेगा।

  • swapnil chamoli

    swapnil chamoli

    अगस्त 26, 2024 AT 19:01

    ऐसा लगता है कि इस रैंकिंग में कुछ बड़े कॉर्पोरेट समूहों के हाथ हैं, जो अपनी एजेंडा को आगे बढ़ाने की कोशिश करते हैं।

  • manish prajapati

    manish prajapati

    अगस्त 28, 2024 AT 04:21

    मैं मानता हूँ कि हर अंक के पीछे मेहनत है, और चाहे कोई भी कारण हो, भारतीय छात्रों का उत्साह कभी नहीं घटेगा। हम सब मिलकर इन संस्थानों को और बेहतर बना सकते हैं। यह रैंकिंग हमारे लिए एक दिशा दिखाती है, लेकिन असली लक्ष्य है शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार। चलो साथ मिल कर आगे बढ़ें! 🚀

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