कभी सोचा है कि अचानक बारिश या तूफान की खबर मिलते ही क्या करें? यही पेज आपको वही सीधे-साधे, काम के सुझाव देगा। हम मौके की ताज़ा जानकारी, चेतावनियाँ और घर-परिवार या यात्रा में तुरंत लागू करने वाली सलाह रखते हैं।
मौसम विभाग की सूचनाएँ अक्सर रंग कोड में आती हैं — पीला, नारंगी, लाल। पीला मतलब सावधान रहिए, बारिश हो सकती है; नारंगी मतलब ज्यादा सावधानी, भारी बारिश या तेज़ हवाओं की संभावना; लाल मतलब जोखिम ज़्यादा, जरूरी कदम उठाइए।
विंड स्पीड, बारिश की तीव्रता (मिलीमीटर/घंटा) और समुद्री चेतावनियाँ सीधे फैसले प्रभावित करती हैं — जैसे बाहर जाना टालना या नाव/मछली पकड़ने पर रोक। 24-72 घंटों के छोटे पूर्वानुमान को प्राथमिकता दें; मौसम तेज़ी से बदलता है तो अपडेट हर 6-12 घंटे देखें।
जब कोई अलर्ट जारी हो, ये कदम तुरंत काम आते हैं:
1) मोबाइल पूरी तरह चार्ज करें और पावर बैंक साथ रखें।
2) अहम दवाइयाँ, पहचान-पत्र और कुछ नकदी एक वाटरप्रूफ बैग में रखें।
3) बिजली कटने पर उपयोगी चीजें — टॉर्च, अतिरिक्त बैटरियाँ, मोबाइल चार्जर।
4) घर के आसपास ढीले सामान को सुरक्षित करें; तेज़ हवा में ये नुकसान करते हैं।
5) बाढ़ के इलाके में हैं तो ऊँची जगह पर चले जाएँ; जमीन-समतल पर न रुकें।
6) अगर यात्रा ज़रूरी है तो रूट और समय बदलने से पहले मौसम अपडेट चेक करें।
किसानों और पशुपालकों के लिए: मिट्टी का नमी स्तर, आस-पास के नदियों का जलस्तर और मौसम विभाग के विशेष कृषि-अपडेट देखें। समय पर सेंचुरी और हरी-फसल रक्षा के निर्देश मिलते हैं।
तूफान या चक्रवात में क्या नहीं करें? खुले में न रुकें, बिजली के ठिकानों के पास न जाएँ, और अनजान जानकारों की अफवाहों पर भरोसा न करें — सिर्फ़ आधिकारिक नोटिस मानें।
हमारी सलाह: इस पेज को बुकमार्क करें और नोटिफिकेशन ऑन रखें। आप चाहें तो स्थानीय मौसम स्टेशन, IMD और आपदा प्रबंधन के SMS/WhatsApp अलर्ट भी सब्सक्राइब कर सकते हैं।
अगर आप किसी खास इलाके का ताज़ा अलर्ट चाहें तो नीचे दिए गए सेक्शन में शहर या जिला चुनकर तुरंत अपडेट पाएं। सुरक्षित रहिए और मौसम की खबरों के साथ एक कदम आगे बनकर चलिए।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि सात राज्यों में ओलावृष्टि और जम्मू-कश्मीर-लद्दाख तथा हिमाचल प्रदेश में हिमपात की संभावना है। ताजा पश्चिमी विक्षोभ 2-4 मार्च से हिमपात को और बढ़ा देगा। इस दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान में गिरावट होगी और कुछ क्षेत्रों में गर्म मौसम का प्रभाव रहेगा।