मौसम विभाग का अलर्ट: सात राज्यों में ओलावृष्टि, कश्मीर-हिमाचल में ताजा पश्चिमी विक्षोभ के चलते हिमपात

मौसम विभाग का अलर्ट: सात राज्यों में ओलावृष्टि, कश्मीर-हिमाचल में ताजा पश्चिमी विक्षोभ के चलते हिमपात

सात राज्यों में ओलावृष्टि की चेतावनी

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सात राज्यों में ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, और हिमाचल प्रदेश में भारी हिमपात की संभावना जताई गई है। यह चेतावनी 1 मार्च से प्रभावी होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह पश्चिमी विक्षोभ हिमालय के पश्चिमी हिस्सों में 2 से 4 मार्च के बीच और अधिक सक्रिय होगा। इसका सबसे अधिक असर 3 मार्च को देखा जा सकता है।

गुजरात, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश के कुछ प्रमुख शहरों में ओलावृष्टि होने की संभावना है। अरुणाचल प्रदेश, असम, और उत्तराखंड में भी तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि की भविष्यवाणी की गई है। इन राज्यों के विभिन्न क्षेत्रों में कृषि फसलों और आधारभूत ढांचे पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।

हिमपात और तापमान में बदलाव

1 मार्च से, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में छिटपुट हिमपात देखा जा सकता है। 2 मार्च से जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान- मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में हिमपात की गतिविधियां बढ़ेंगी। 3 मार्च को यहां भारी हिमपात की संभावना है।

उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान में 3-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी, जबकि अधिकतम तापमान अस्थायी रूप से 2-3 डिग्री सेल्सियस बढ़ सकता है। दूसरी ओर, गुजरात में अधिकतम तापमान के अगले दो दिनों में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की संभावना है।

तटीय कर्नाटक में 1-2 मार्च के दौरान अलग-अलग स्थानों पर हीटवेव की स्थिति बनी रहेगी। कोकण और गोवा में 1 से 3 मार्च तक गर्म और आर्द्र मौसम की संभावना है।

दक्षिण तमिलनाडु, केरल, और लक्षद्वीप में हल्की बारिश हो सकती है, जिसमें तेज बिजली और हवाएं (30-40 किमी प्रति घंटा) चलने की उम्मीद है।

हालांकि हिमपात से जल भंडारण क्षमता में सुधार होगा, लेकिन आईएमडी ने मार्च में अत्यधिक गर्मी के कारण उत्तरी क्षेत्रों में गेहूं की फसल को संभावित क्षति को लेकर चिंता जताई है। प्रभावित राज्यों में ओलावृष्टि और तेज हवाओं के कारण खड़ी फसलों और बुनियादी ढांचे को खतरा है।

एक टिप्पणी लिखें