बाजार पूँजीकरण की समझ और नवीनतम आँकड़े
जब बात बाजार पूँजीकरण, कंपनी के सभी जारी शेयरों के कुल मूल्य का माप है, जो निवेशकों की भरोसे को दर्शाता है. इसे कभी‑कभी मार्केट कैप भी कहा जाता है, और यह शेयर बाजार की समग्र ताकत का बेंचमार्क बनता है. बाजार पूँजीकरण सीधे IPO, प्राथमिक सार्वजनिक प्रस्ताव, यानी कंपनी पहली बार शेयर जनता को बेचती है से जुड़ी होती है, क्योंकि IPO के बाद ही कंपनी का पूँजीकरण सार्वजनिक रूप से मापा जाता है. इसी तरह, शेयर बाजार, स्टॉक एक्सचेंज जहाँ शेयरों की खरीद‑फरोख्त होती है वह मंच है जहाँ पूँजीकरण का वास्तविक प्रतिबिंब दिखता है; कीमतों की उछाल‑गिराव सीधे बाजार पूँजी को बदलते हैं. इस कारण निफ़्टी, भारतीय शेयर बाजार का प्रमुख इंडेक्स, 50 बड़े‑मोठे कंपनियों को ट्रैक करता है और सेन्सेक्स, दूसरा प्रमुख इंडेक्स, 30 मुख्य कंपनियों पर आधारित दोनों बाजार पूँजीकरण के प्रमुख संकेतक बनते हैं. सरल शब्दों में कहा जा सकता है: बाजार पूँजीकरण ⇒ IPO बनाता है, IPO ⇒ शेयर बाजार में मूल्यांकन, शेयर बाजार ⇒ निफ़्टी/सेन्सेक्स को संचालित करता है.