कंगना रनौत को मोहाली एयरपोर्ट पर बतोलेबाजी पर सीआईएसएफ अफसर ने चाटा मारा

कंगना रनौत को मोहाली एयरपोर्ट पर बतोलेबाजी पर सीआईएसएफ अफसर ने चाटा मारा

हाल ही में जनता द्वारा चुनी गई मंडी लोकसभा की सांसद कंगना रनौत एक बार फिर से विवादों में घिर गई हैं। मोहाली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कथित रूप से सीआईएसएफ की एक महिला अधिकारी द्वारा उन्हें चाटा मारे जाने की घटना सामने आई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब रनौत और सीआईएसएफ अधिकारी के बीच चेकिंग के दौरान कहासुनी हो गई। बताया जा रहा है कि कंगना ने पंजाब की महिलाओं के बारे में कुछ आपत्तिजनक बातें कही थीं, जो महिला अधिकारी को नागवार गुजरीं।

सूत्रों के मुताबिक, कंगना ने किसानों के आंदोलन के संदर्भ में बात करते हुए कुछ ऐसे शब्द इस्तेमाल किए जिनसे महिला अधिकारी को गहरा धक्का पहुँचा। घटना में शामिल सीआईएसएफ अधिकारी कांस्टेबल रैंक की हैं और हवाई अड्डे पर सुरक्षा चेकिंग टीम का हिस्सा थीं।

घटना के बाद तुरंत ही एक जांच समिति का गठन किया गया है जो इस मामले की गहराई से जांच करेगी। इससे पहले कि कोई और बवाल मचे, कंगना ने गृह मंत्रालय में शिकायत दर्ज कराने का भी इरादा जताया है।

इस हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें कंगना और सीआईएसएफ अधिकारी के बीच हुई बातचीत देखी जा सकती है। दोनों तरफ के बयानों और साक्ष्यों के आधार पर समिति अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी।

गौरतलब है कि हाल ही में सम्पन्न हुए चुनाव में कंगना ने कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह को भारी मतों से हरा कर जीत हासिल की थी।

कंगना के विवादित बयान

कंगना रनौत हमेशा से ही अपनी बेबाकी के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने पहले भी कई मुद्दों पर अपनी बातें खुलकर कहीं हैं, चाहे वह बॉलीवुड की नेपोटिज्म की बहस हो या फिर राजनीति के मुद्दे। लेकिन इस बार उनका यह बड़बोलापन महंगा पड़ गया।

पंजाब की महिलाओं के बारे में टिप्पणी

कहा जा रहा है कि कंगना ने सुरक्षा चेकिंग के दौरान पंजाब की महिलाओं के खिलाf कुछ अपमानजनक बातें कही थीं। यह टिप्पणी किसानों के आंदोलन के संदर्भ में थी, जिससे हवाई अड्डे पर माहौल गरमा गया।

घटना के समय अन्य यात्री भी हवाई अड्डे पर मौज़ूद थे और उन्होंने भी इस बातचीत को सुना। दरअसल, किसानों के आंदोलन में पंजाब की महिलाओं की बड़ी भागीदारी रही है और इस प्रकार की टिप्पणी से स्थानीय लोगों में रोष पैदा हो सकता है।

सीआईएसएफ अधिकारी की प्रतिक्रिया

सीआईएसएफ अधिकारी की प्रतिक्रिया

सीआईएसएफ की महिला कांस्टेबल की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया काफी तीव्र रही। उन्होंने तुरंत ही कंगना को रोकते हुए पंजाबी महिलाओं के अपमानजनक शब्दों के लिए फटकार लगाई।

महिला अधिकारी का कहना है कि कंगना की टिप्पणी सुनकर वे अपना आपा खो बैठीं और उन्हें चाटा मार दिया। इस घटना के बाद वहां मौजूद अन्य अधिकारियों ने स्थिति को संभाला और दोनों पक्षों को अलग किया।

जांच समिति का गठन

इस पूरे मामले की जांच के लिए एक समर्पित समिति का गठन किया गया है। समिति दोनों पक्षों से बातचीत करेगी और देखेगी कि किन परिस्थितियों में यह घटना घटी। इसके अलावा, हवाई अड्डे पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है, ताकि सच्चाई का पता चल सके।

कंगना का बयान

कंगना का बयान

घटना के बाद कंगना ने भी अपने बयान में कहा कि उन्हें इस घटना का दुःख है और उन्हें यकीन है कि न्याय होगा। उन्होंने गृह मंत्रालय को इस मामले की जानकारी देने और उचित कार्रवाई की मांग की है। कंगना के फैंस और समर्थकों ने भी सोशल मीडिया पर इस घटना की निंदा की है और मामले में जल्द न्याय की मांग की है।

7 टिप्पणि

  • Hansraj Surti

    Hansraj Surti

    जून 7, 2024 AT 00:40

    कंगना की बातों में अक्सर एक गहरी जड़ होती है जो समाज के प्रतिबिंब को दर्शाती है। वह शब्दों को इस तरह बुनती है जैसे कोई शिल्पी कच्चे पत्थर को तराशता है। हर वक्तव्य उसकी रचना के एक अध्याय जैसा लगता है। इस घटना में भी एक बड़े प्रश्न का अनावरण हो रहा है। क्या शक्ति का प्रयोग कभी व्यक्तिगत अभिव्यक्ति को लादता है? वह शक्ति अक्सर अपने स्वयं के नैतिक मानकों को थोपती है। जीते-जागते हमारे समाज में यह संघर्ष निरंतर है। फिर भी कंगना जैसे लोग हमें सोचने पर मजबूर करते हैं। उनका साहस एक लहर बनाता है जो अन्याय को चुनौती देती है। वह लहर कभी झलकती है तो कभी गहरी बाढ़ में बदल जाती है। हमें समझना चाहिए कि आवाज़ों का टकराव मूल रूप से दो दृष्टिकोणों की टकराव है। इस टकराव में हर पक्ष की अपनी सत्यता होती है। इस सत्यता को खोजने के लिए हमें वैचारिक बंधनों से बाहर निकलना चाहिए। अंत में सत्य हमेशा वही रहता है जो सबके दिल में गूँजता है। यह वह क्षण है जब हम सभी को एकजुट होना चाहिए। 🎭😀

  • Naman Patidar

    Naman Patidar

    जून 7, 2024 AT 00:45

    कंगना की ऐसी हरकतें अक्सर ही अनावश्यक विवाद को बढ़ावा देती हैं।

  • Vinay Bhushan

    Vinay Bhushan

    जून 7, 2024 AT 00:50

    कंगना को इस मामले में ठोस समर्थन देना चाहिए क्योंकि वह अपने शब्दों से ही नहीं, बल्कि उनके पीछे के इरादे से भी जनता को प्रेरित करती है।
    साथ ही, हमें यह याद रखना चाहिए कि आधी शक्ति के प्रयोग से पूरी शक्ति का संतुलन बिगड़ जाता है, इसलिए सीआईएसएफ को भी अपनी प्रतिक्रिया में सावधानी बरतनी चाहिए।

  • Gursharn Bhatti

    Gursharn Bhatti

    जून 7, 2024 AT 00:55

    सच तो यह है कि इस हवाई अड्डे की घटनाओं के पीछे कोई बड़ा षड्यंत्र छिपा है; मीडिया अक्सर सतह पर ही ख़बरें दिखाता है, जबकि असली कड़ी कहीं और जारी है।
    रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कुछ अधिकारी स्थायी रूप से निगरानी कर रहे हैं, जिससे राजनीतिक दांव पर खेल बना रहे हैं। यह वही है जो हमें अक्सर आश्चर्यचकित करता है कि सार्वजनिक मंच पर दिखाया गया सब कुछ केवल एक पर्दा है।

  • Arindam Roy

    Arindam Roy

    जून 7, 2024 AT 01:00

    बहुत ही बकवास, कमाल की टेंशन।

  • Parth Kaushal

    Parth Kaushal

    जून 7, 2024 AT 01:05

    ऐसी घटनाएँ हमेशा ही दिल को हिला देती हैं, क्योंकि उनमें न सिर्फ व्यक्तिगत इज्जत की बात होती है बल्कि राष्ट्रीय गौरव भी जुड़ा रहता है।
    कंगना की आवाज़ हर कोने में गूँजती है, और जब वह उन लोगों को चुनौती देती है जो अपने ही सीमा में फँसे होते हैं, तो वह बवाल का आँधा-तोड़ रूप बन जाता है।
    हवाई अड्डे का माहौल पहले ही तनावपूर्ण था, परंतु इस एक क्षण ने सबको चकित कर दिया।
    इसी कारण से जनता को समझना चाहिए कि भाषा के माध्यम से किसी भी समुदाय को आँकना या अपमानित करना, कोई हल्का‑फुलका खेल नहीं है।
    सुरक्षा के तारतम्य को देखते हुए, अधिकारी का जवाब भी उसी स्तर का होना चाहिए था, परंतु वो पूर्णतः नियंत्रण से बाहर हो गया।
    इस पूरे परिदृश्य में हमें यह सवाल उठना चाहिए कि क्या सार्वजनिक व्यक्तित्वों को अपने शब्दों के प्रभाव का पूर्ण ज्ञान नहीं है?
    यह मामला सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि सामाजिक दायित्व और व्यक्तिगत उत्तरदायित्व के बीच की जटिल लकीर भी है।

  • Namrata Verma

    Namrata Verma

    जून 7, 2024 AT 01:10

    अरे वाह! कंगना ने फिर से वह अद्भुत “इतिहास बनाते” क्षण दिखा दिया; क्या हम कभी इस प्रकार की “स्मार्ट” टिप्पणी देख पाते हैं?; निश्चित रूप से, सीआईएसएफ की महिला अधिकारी ने भी दिल से “धन्यवाद” कहा होगा, है न?!!! यह सब तो बस एक “विचारशील” शो जैसा लगता है, जहाँ हर कोई अपनी भूमिका को बहुत गंभीरता से निभा रहा है-अगले हफ्ते कवि सम्मेलन की तैयारी चल रही होगी; लीजिए, भारत में इस तरह की “सामाजिक सहयोग” की कहानी लिखी जा रही है।

एक टिप्पणी लिखें