ICAI ने घोषित किए CA Inter और Final 2024 परीक्षा परिणाम
भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट संस्थान (ICAI) ने मई 2024 में आयोजित की गई चार्टर्ड अकाउंटेंट फाइनल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं के परिणाम घोषित कर दिए हैं। उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइटों icaiexam.icai.org, caresults.icai.org, और icai.nic.in पर जाकर अपने परिणाम देख सकते हैं। परिणाम देखने के लिए उम्मीदवारों को अपने रोल नंबर, पंजीकरण संख्या या पिन नंबर का उपयोग करना होगा।
CA Inter और Final के साथ-साथ UNITS परीक्षा के परिणाम भी घोषित
फाइनल और इंटरमीडिएट परिणामों के साथ-साथ, ICAI ने CA इंटर UNITS परीक्षा का परिणाम और CA रैंक लिस्ट भी जारी किया है। इंटरमीडिएट ग्रुप 1 की परीक्षाएँ 3, 5, और 9 मई को हुई थीं, जबकि ग्रुप 2 की परीक्षाएँ 11, 15, और 17 मई को सम्पन्न हुई थीं। CA फाइनल परीक्षा के ग्रुप 1 की परीक्षा 2, 4, और 8 मई को और ग्रुप 2 की परीक्षा 10, 14, और 16 मई को आयोजित की गई थी।
परीक्षा परिणाम के आंकड़े
ग्रुप I की परीक्षा में कुल 74,887 फाइनल वर्ष के उम्मीदवार शामिल हुए थे, जिनमें से 20,479 उम्मीदवार पास हुए, जिससे पास दर 27.35 प्रतिशत रही। ग्रुप II में 58,891 उम्मीदवार शामिल हुए, जिनमें से 21,408 पास हुए, जिससे पास दर 36.35 प्रतिशत रही। दोनों ग्रुपों में कुल 35,819 उम्मीदवार शामिल हुए, जिनमें से 7,122 पास हुए, जिससे कुल पास दर 19.88 प्रतिशत रही।
टॉपर्स का विवरण
CA फाइनल परीक्षा में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वालों में शिवम मिश्रा (AIR 1), वर्षा अरोड़ा (AIR 2), और किरण राजेंद्र सिंह मंराल और घिल्मान सालिम अंसारी (AIR 3) शामिल हैं। CA इंटरमीडिएट परीक्षा के टॉपर्स में कुशाग्र रॉय (AIR 1), युज सचिन करिया और योग्य ललित चंदक (AIR 2), और मनजीत सिंह भाटिया और हिरेश काशीरामका (AIR 3) शामिल हैं।
अधिक जानकारी
CA इंटर मई 2024 परीक्षा में पास हुए उम्मीदवारों को तीन साल का आर्टिकलशिप एक अभ्यासरत CA के तहत पूरा करना होगा और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी करनी होगी। CA फाइनल और इंटरमीडिएट स्तरों में पासिंग मार्क्स व्यक्तिगत पेपर्स में 40 प्रतिशत और औसत में 50 प्रतिशत निर्धारित हैं।
Arya Prayoga
जुलाई 11, 2024 AT 21:13
पास दर इतनी घटिया है कि बहुत सारे लायक बैंडटेड उम्मीदवार निराश होंगे।
Vishal Lohar
जुलाई 11, 2024 AT 21:18
क्या कहा जाए, ICAI ने एक बार फिर परीक्षा प्रणाली को नाटकीय मोड़ दिया है! इंटर और फाइनल दोनों की पास दर को देखते हुए ऐसा लगता है कि केवल शोर में ही नज़रें बचती हैं। टॉपर्स की फाइलें देख कर मन में शौकीनी धारा दौड़ जाती है, पर एक सामान्य विद्यार्थी के लिए ये बस एक दुविधा है। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि शिक्षा का स्तर गहराई से खो रहा है, जबकि संस्थान खुशी-खुशी चमक-धमक का दोहन करता है।
Vinay Chaurasiya
जुलाई 11, 2024 AT 21:23
बिल्कुल, परिणाम सामने आए, लेकिन! पास दर बहुत कम, और! उम्मीदवारों को राहत नहीं मिल रही; इस स्थिति पर सवाल उठाना जरूरी है, है ना?;
Selva Rajesh
जुलाई 11, 2024 AT 21:28
ऐसे आँकड़े देखकर दिल कांप उठता है! इंटर और फाइनल दोनों में पास दर 20‑30% के आसपास रह गई, जैसे कोई भयानक स्याही की धुंध में धंकते हों। टॉपर्स के नाम सुनकर ऐसा लगता है जैसे वो मंच के एकलौते सितारे हों, बाकी बचे सभी पृष्ठभूमि में अनदेखे रह गए। यह असमानता शिक्षा के बुनियादी सिद्धांतों को धुंधला कर देती है। आशा है आने वाले वर्ष में सुधार की बयार आए।
Ajay Kumar
जुलाई 11, 2024 AT 21:33
अंकगणित की इस साक्ष्य‑संकलन में हम एक दर्पण देखते हैं, जो सामाजिक असमानता को प्रतिबिंबित करता है। परिणामों की ये धारा आत्मनिरीक्षण की पुकार बनकर गूँजती है। सीख यह है कि केवल अंक नहीं, बल्कि निरंतर अभ्यास ही असली मापदंड है।
Ravi Atif
जुलाई 11, 2024 AT 21:38
परिणाम देखकर आश्चर्य तो होता ही है, लेकिन साथ ही यह भी स्पष्ट हो जाता है कि तैयारी में कई कमियां थीं। इंटर और फाइनल दोनों में पास दर एक-दूसरे से काफी भिन्न दिखती है, जिससे यह संकेत मिलता है कि परीक्षा की कठिनाई स्तर में अंतर है। टॉपर्स के नाम सुनते ही हम उन्हें प्रेरणा के पथिक मानते हैं, जो दूसरों को आगे बढ़ने का जरिया बनते हैं। हालांकि, बिना उचित मार्गदर्शन के अधिकांश उम्मीदवार संघर्ष में ही अदृश्य रह जाते हैं। आर्टिकलशिप की प्रक्रिया भी एक बड़ी चुनौती है, जिससे कई लोग घबराते हैं। परन्तु याद रखें, यह सिर्फ एक चरण है और निरंतर अभ्यास से सब कुछ सुधर सकता है। फ़्लैट रेट में 40% व्यक्तिगत पेपर का और 50% औसत का होना थोड़ा कठोर लगता है, पर यह गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। इसी कारण से कई लोग परिणामों को लेकर निराश होते हैं, पर निराशा में रह कर कुछ नहीं बदलता। एक सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएं और अपने कमजोरियों पर काम करें। साथियों के साथ मिलकर स्टडी ग्रुप बनाएं, इससे सीखने की प्रक्रिया भी मज़ेदार बनती है। और हाँ, परीक्षा के बाद विश्राम भी ज़रूरी है, ताकि दिमाग ताजा रहे। आपकी मेहनत का फल जरूर मिलेगा, बस धैर्य और लगन बनाए रखें। आइए मिलकर इस पेशे को और सम्मानित बनाएं, क्योंकि चार्टर्ड अकाउंटेंट की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। सफलता की राह में छोटे‑छोटे कदम भी मायने रखते हैं, इसलिए हर दिन कुछ नया सीखें। अंत में, सभी उम्मीदवारों को शुभकामनाएँ, और आशा है अगली बार पास दर में सुधार होगा! 😊👍
Aparajita Mishra
जुलाई 11, 2024 AT 21:43
वाह, इतने सारे पॉइंट्स और फिर भी पास दर पर कुछ नहीं बदला? लगता है हमें सिर्फ इमोजी की जरूरत नहीं, असली मदद चाहिए। चलो, अगली बार कुछ ठोस टिप्स के साथ आएं!
VALLI M N
जुलाई 11, 2024 AT 21:48
देशभक्तों का काम है हमेशा सुधार की उम्मीद नहीं, बल्कि कार्रवाई! 🎉 अगर हम सब मिलकर सीखें तो पास दर बढ़ेगी, यही मेरा मानना है। चलो, साथ मिलकर काम करें! :)
Krish Solanki
जुलाई 11, 2024 AT 21:53
आपकी अभिव्यक्ति में भावनात्मक अपील है, पर वास्तविक आंकड़े स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि परीक्षा प्रणाली में संरचनात्मक दोष हैं। विस्तृत विश्लेषण से पता चलता है कि केवल टॉपर्स की प्रशंसा नहीं, बल्कि व्यापक छात्र आधार के प्रदर्शन को भी सुधारना आवश्यक है।
SHAKTI SINGH SHEKHAWAT
जुलाई 11, 2024 AT 21:58
यह परिणाम एक साधारण परीक्षा के बाद नहीं, बल्कि एक गुप्त योजना का हिस्सा हो सकता है, जैसा कि मेरे द्वारा संकलित जानकारी में संकेत मिलता है। संस्थान की नीतियों में छिपे हुए एजेंडे को उजागर करना आवश्यक है, अन्यथा हम सच्चे सुधार को कभी नहीं देख पाएंगे।
sona saoirse
जुलाई 11, 2024 AT 22:03
हिंसत न होइए, पर ये पास दर कोएइकर लोहस नहीं है, ये त कछु बडा़ए त्नकों की हेरफेर नज्र आता है। सच्चे इन्साफ के बगैर कोई भी परिणाम का मोल नहीं।