क्या आपने सुना — COVID-19 के नए JN.1 वेरिएंट के साथ मामले फिर बढ़ रहे हैं और रिपोर्टों में 257 सक्रिय केस दिखाई दे रहे हैं। वहीं वर्ल्ड हार्ट डे ने हमें याद दिलाया कि हार्ट फेल्योर और हार्ट अटैक अलग-अलग स्थितियाँ हैं। और तो और, WHO ने मंकीपॉक्स जैसी घटनाओं पर भी चेतावनी दी है। ऐसी खबरों में उलझकर क्या करें? यहाँ सीधे, रोज़मर्रा के व्यवहार और अहम चेतावनियाँ दी जा रही हैं।
सबसे पहले — मास्क या संपर्क से बचाव पर ध्यान दें अगर भीड़ है या आप कमजोर लोगों के साथ हैं। वैक्सीन स्टैटस चेक करें: अगर वैक्सीन बूस्टर उपलब्ध है, डॉक्टर से बात कर लें। हाथ धोना, भीड़ में कम रहना और घर में वेंटिलेशन बनाए रखना छोटे पर असरदार कदम हैं।
अगर आपको जुकाम, बुखार, गला दर्द या सांस में तकलीफ हो तो टेस्ट करवाएँ और घर पर अलग रहकर दूसरों से दूरी बनाएं जब तक रिपोर्ट साफ़ न हो। हल्के मामलों में आराम, तरल पदार्थ और डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
हृदय से जुड़ी खबरों के बीच यह जानना ज़रूरी है कि हार्ट अटैक अचानक होता है — सीना दबना, हाथ में सूजन या पसीना। हार्ट फेल्योर धीमी प्रक्रिया है — थकान, सांस फूलना और शरीर में पानी जमना। अगर ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत मेडिकल चेकअप कराएँ।
कैंसर स्क्रीनिंग की बातें भी बढ़ रही हैं — स्तन कैंसर जैसे मामलों में समय पर पहचान जिंदगी बचाती है। महीने में एक बार सेल्फ‑चेक और उम्र के हिसाब से डॉक्टर से मैमोग्राफी या अन्य जाँच करवाना समझदारी है।
मंज़िल छोटी रखें: न्यू ईयर के संकल्प अक्सर बड़े होने से टूट जाते हैं। रोज़ाना 10 मिनट चलना, हर महीने एक हेल्थ चेक, और सोने‑जागने का स्थिर समय रखें। अपने लक्ष्य को छोटे हिस्सों में बाँटें और प्रगति नोट करें — यह कामयाब रहने का असली तरीका है।
मंकीपॉक्स या अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल पर जागरूक रहें — स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के निर्देश मानें और किसी संदिग्ध लक्षण पर तुरंत संपर्क करें।
अंत में — खबरें पढ़कर घबराएँ नहीं। जानकारी से काम लें: वैक्सीनेशन स्टेटस, नियमित स्क्रीनिंग, सरल जीवनशैली बदलें और जब लक्षण दिखें तो प्रोफेशनल मदद लें। अगर चाहें, हम स्वास्थ्य से जुड़ी ताज़ा रिपोर्ट्स और सरल टिप्स लगातार लाते रहेंगे। पढ़ते रहें और अपने परिवार की सेहत की चिंता करें — छोटे कदम बड़े फर्क लाते हैं।
भारत में COVID-19 के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं, जहां 257 सक्रिय केस दर्ज हुए। नए JN.1 वेरिएंट और इसकी तेजी से फैलती क्षमता चिंता का विषय है, लेकिन ज्यादातर संक्रमण हल्के हैं। देशभर में सतर्कता बरती जा रही है और वैक्सीन स्टॉक भी तैयार है।
हर साल नई उमंग के साथ लाखों लोग नए साल के संकल्प लेते हैं, परंतु रिसर्च दिखाती है कि उनमें से केवल कुछ ही इसे पूरा कर पाते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, संकल्पों को पूरा न कर पाने के पीछे कई सामान्य कारण होते हैं। जैसे, बहुत ही सामान्य या बड़े लक्ष्य रखना इसे असफल बना सकता है। यह जानना महत्वपूर्ण है कि व्यक्तिगत रुचियों और इच्छाओं पर आधारित संकल्प ज्यादा सफल हो सकते हैं।
वर्ल्ड हार्ट डे 2024 के उपलक्ष्य में इस लेख में हृदय फेल्योर और हार्ट अटैक के बीच महत्वपूर्ण अंतर पर चर्चा की गई है, और प्राथमिक उपचार एवं आधुनिक हृदय स्वास्थ्य पर जोर दिया गया है। हृदय फेल्योर एक क्रॉनिक स्थिति है जिसमें हृदय शरीर की आवश्यकताओं के अनुसार पर्याप्त रक्त पंप करने में असमर्थ होता है जबकि हार्ट अटैक रक्त प्रवाह में रुकावट के कारण होता है जो हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुँचाता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के निदेशक-जनरल ने मंकीपॉक्स प्रकोप को अंतर्राष्ट्रीय चिंता की सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है। यह निर्णय WHO की आपातकालीन समिति के मूल्यांकन के बाद लिया गया, जिसने प्रकोप के वैश्विक स्वास्थ्य असर का मूल्यांकन किया। यह घोषणा प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए वैश्विक प्रतिक्रिया और समन्वय को प्रोत्साहित करती है।
अभिनेत्री हिना खान ने हाल ही में अपने स्टेज 3 स्तन कैंसर की खबर इंस्टाग्राम पर साझा की, जिसने उनके प्रशंसकों को स्तब्ध कर दिया। इस पोस्ट में उन्होंने इस बिमारी को हराने का संकल्प व्यक्त किया। इस खबर ने स्तन कैंसर, इसके पहचान और बचाव के उपायों पर ध्यान आकर्षित किया है, जो हर साल लाखों लोगों को प्रभावित करता है।