टेलीग्राम ऐप के संस्थापक और सीईओ पावेल डुरोव को शनिवार शाम फ्रांस की राजधानी पेरिस के बाहर स्थित ले बोरगेट एयरपोर्ट पर हिरासत में ले लिया गया। फ्रेंच मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह गिरफ्तारी तब हुई जब डुरोव अज़रबैजान से एक प्राइवेट जेट के माध्यम से पेरिस पहुंचे थे। फ्रेंच कस्टम्स विभाग के राष्ट्रीय एंटी-फ्रॉड ऑफिस के जांचकर्ताओं ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
फ्रेंच अधिकारीयों के अनुसार, पावेल डुरोव पर आरोप है कि उन्होंने अपने एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर पर्याप्त मॉडरेशन नहीं किया और संबंधित अधिकारियों के साथ सहयोग करने से इंकार किया। इस गिरफ्तारी के बाद टेलीग्राम की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है और न ही फ्रेंच आंतरिक मंत्रालय और पुलिस ने इस मामले पर कोई टिप्पणी की है।
दरअसल, टेलीग्राम ऐप पर आरोप है कि यह प्लेटफॉर्म अपनी एन्क्रिप्शन नीति और गोपनीयता के कारण कई अवैध गतिविधियों का केंद्र बन गया है। इस ऐप का उपयोग आतंकवादियों, अपराधियों और कई अन्य अवैध कार्यों के लिए किया जा रहा है। फ्रेंच अधिकारीयों ने डुरोव की इस गिरफ्तारी को फ्रांस की सार्वजनिक सुरक्षा से जोड़ते हुए एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। हालांकि, टेलीग्राम ने इस प्रकार की किसी भी अवैध गतिविधि के आरोपों को खारिज किया है।
फ्रेंच मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो डुरोव को फ्रेंच कस्टम्स विभाग के राष्ट्रीय एंटी-फ्रॉड ऑफिस के जांचकर्ताओं ने गिरफ्तार किया। इस गिरफ्तारी के लिए फ्रेंच अधिकारियों ने एक फ्रेंच वारंट का उपयोग किया। डुरोव पर आरोप था कि उन्होंने फ्रांसीसी अधिकारियों के साथ टेलीग्राम ऐप पर मॉडरेशन और सुरक्षा से संबंधित मामलों में सहयोग नहीं किया। यह गिरफ्तारी फ्रांस के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो साबित करता है कि वे अपनी सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करेंगे।
रूसी विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि पेरिस स्थित उसका एम्बेसी इस मामले की जांच कर रहा है। रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा, 'हम पावेल डुरोव की गिरफ्तारी के मामले की जांच कर रहे हैं और जल्द ही इस पर एक पूर्ण और स्पष्ट टिप्पणी देंगे।' रूस के अलावा कई अन्य देशों ने भी इस मामले पर निगरानी बनाए हुए हैं और वे फ्रांस की ओर से उनके नागरिकों के अधिकारों का उल्लंघन न हो, इस पर ध्यान दे रहे हैं।
फ्रेंच मीडिया के अनुसार, पावेल डुरोव को रविवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस मामले की सुनवाई फ्रांस की न्यायिक प्रणाली की प्रक्रियाओं के तहत की जाएगी। कोर्ट के फैसले के बाद ही डुरोव की स्थिति साफ हो पाएगी कि क्या उन्हें आगे भी हिरासत में रखा जाएगा या उन्हें जमानत मिलेगी।
टेलीग्राम ने अपने बयान में कहा कि वे इस मामले की जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं और जल्द ही एक आधिकारिक बयान जारी करेंगे। टेलीग्राम ने कहा कि उनका उद्देश्य हमेशा अपने यूजर्स की गोपनीयता और सुरक्षा की रक्षा करना रहा है। टेलीग्राम ने साथ ही कहा कि वे किसी भी अवैध गतिविधियों का समर्थन नहीं करते और सभी अधिकारियों के साथ सहयोग करने के लिए तत्पर हैं।
टेलीग्राम अपनी सुरक्षा और गोपनीयता नीतियों के लिए जाना जाता है। यह ऐप एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग सेवा प्रदान करता है, जिससे यूजर्स के मैसेज सिर्फ उनके और रिसीवर के बीच में ही रहते हैं। टेलीग्राम का दावा है कि उन्होंने अपने प्लेटफॉर्म को सुरक्षित रखने के लिए कई अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया है।
डुरोव की गिरफ्तारी के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कई सवाल उठ रहे हैं। कई लोग इसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की स्वतंत्रता और गोपनीयता पर हमले के रूप में देख रहे हैं। दूसरी तरफ, कुछ लोग इसे एक आवश्यक कदम मानते हैं जो राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए उठाया गया है।
आने वाले दिनों में इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं और टेलीग्राम की टीम और पावेल डुरोव का अदालत में क्या रवैया रहेगा, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। अंततः यह मामला न सिर्फ फ्रांस के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लिए एक नजीर साबित हो सकता है।
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