वर्ल्ड हार्ट डे: अपने दिल की सेहत अभी सुधारें

हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है। क्या आप जानते हैं कि दिल की बीमारियाँ दुनिया भर में सबसे बड़ी मौतों का कारण हैं? लेकिन अच्छी खबर यह है कि बहुत कुछ आपकी रोज़मर्रा की आदतों से बदल सकता है। नीचे ऐसे सरल और सीधे कदम दिए हैं जो तुरंत अपनाए जा सकते हैं।

दिल की समस्या पहचानने के आसान संकेत

दिल में दिक्कत हमेशा तेज छाती दर्द की तरह नहीं दिखती। थकान, साँस फूलना जब हल्का काम करने पर भी दिक्कत हो, अचानक हाथ या चेहरे में सुन्नपन या चक्कर आना—यह भी संकेत हो सकते हैं। कभी-कभी पेट में जलन या बहुत पसीना आना भी दिल की समस्या का लक्षण बन सकता है। अगर ये लक्षण अचानक आएँ या तेज हों तो तुरंत नज़दीकी अस्पताल संपर्क करें।

यदि आप मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर या फैमिली हाइस्ट्री रखते हैं तो सतर्क रहें। इन स्थितियों में दिल का जोखिम बढ़ जाता है। नियमित चेक-अप, ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की निगरानी से समय रहते समस्या पकड़ में आ सकती है।

रोज़मर्रा के सरल कदम जो असर करते हैं

1) चलना शुरू करें: हर दिन कम से कम 30 मिनट तेज़ चलने की आदत बनाएं—यह हफ्ते में करीब 150 मिनट बनता है। सीढ़ियाँ उठें, असंभव लगे तो 10-15 मिनट की छोटी वॉक कई बार करें।

2) खाना पर ध्यान दें: प्रोसेस्ड फूड और पैकेज्ड स्नैक्स कम करें। तला हुआ खाना, अधिक नमक और शक्कर घटाएँ। सब्ज़ियाँ, फल, साबुत अनाज और संतुलित प्रोटीन को अपने खाने में शामिल करें। ट्रांस फैट वाले आइटम से बचें।

3) धूम्रपान और शराब: धूम्रपान दिल के लिए खास तौर पर हानिकारक है। अगर आप धूम्रेपान करते हैं तो छोड़ने की कोशिश अभी से करें—हर कोशिश मायने रखती है। शराब सीमित मात्रा में ही लें।

4) वजन और फिटनेस: शरीर का वजन नियंत्रित रखें। कमर का घेरा बढ़ना बीमारी का संकेत है—सिर्फ वजन कम करना ही नहीं, मांसपेशियों को मजबूत रखना भी जरूरी है।

5) तनाव और नींद: रोज़ाना 7–8 घंटे की अच्छी नींद लें। ध्यान, योग़, गहरी साँसें या छोटी ब्रेक्स से तनाव कम करें। तनाव लम्बे समय में ब्लड प्रेशर और हृदय पर बुरा असर डालता है।

6) नियमित जांचें: हर साल ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर की जांच कराते रहें। डॉक्टर से सलाह लेकर लाइफस्टाइल-मॉडिफिकेशन प्लान बनाएं।

वर्ल्ड हार्ट डे सिर्फ जागरूकता का दिन नहीं—यह शुरुआत करने का दिन है। आज कोई छोटा कदम लें: सामान में से ज्यादा नमक हटा दें, 10 मिनट की वॉक पर निकलें या किसी दोस्त के साथ स्वास्थ्य जांच बुक कर लें। छोटे बदलाव समय के साथ बड़े फर्क लाते हैं।

यदि किसी को तेज छाती दर्द, हाथ या चेहरे में सुन्नता, अचानक साँस फूलना या बेहोशी जैसा महसूस हो तो तुरंत इमरजेंसी नंबर पर कॉल करें और अस्पताल पहुँचें। दिल की सुरक्षा के लिए देर मत कीजिए—छोटी चेतावनी को भी गंभीर लें।

वर्ल्ड हार्ट डे 2024: हार्ट फेल्योर और हार्ट अटैक में अंतर, प्राथमिक उपचार, और आधुनिक हृदय स्वास्थ्य
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वर्ल्ड हार्ट डे 2024: हार्ट फेल्योर और हार्ट अटैक में अंतर, प्राथमिक उपचार, और आधुनिक हृदय स्वास्थ्य

वर्ल्ड हार्ट डे 2024 के उपलक्ष्य में इस लेख में हृदय फेल्योर और हार्ट अटैक के बीच महत्वपूर्ण अंतर पर चर्चा की गई है, और प्राथमिक उपचार एवं आधुनिक हृदय स्वास्थ्य पर जोर दिया गया है। हृदय फेल्योर एक क्रॉनिक स्थिति है जिसमें हृदय शरीर की आवश्यकताओं के अनुसार पर्याप्त रक्त पंप करने में असमर्थ होता है जबकि हार्ट अटैक रक्त प्रवाह में रुकावट के कारण होता है जो हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुँचाता है।

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