सांता क्लॉज़ नाम सुनते ही बच्चों के चेहरे पर चमक आ जाती है। पर क्या आप जानते हैं कि यह किरदार कहां से आया? सरल शब्दों में, सांता का आधार संत निकोलस की दया और दान की कहानियों पर टिका है। समय के साथ यह चरित्र यूरोप के लोकनाचिक कथाओं से बदलता हुआ आधुनिक लाल सूट और सफेद दाढ़ी वाले चेहरे में आ पहुँचा।
संत निकोलस चौथी सदी के एक बिशप थे जो गरीबों की मदद किया करते थे। नीदरलैंड की परंपरा में वे 'सिंटरक्लास' बने और फिर अंग्रेजी बोलने वाले देशों में Santa Claus बन गया। 1930 के दशक में Coca-Cola के विज्ञापनों ने लाल पोशाक और दोस्ताना चेहरा लोकप्रिय बनाया — यही वह छवि है जो आज हम सब देखते हैं।
ये बदलाव प्रचलन और मीडिया का मिलाजुला असर है। मतलब, सांता की जड़ें इतिहास में हैं, पर उसका आधुनिक चेहरा हमारी संस्कृति और विज्ञापन से बना।
भारत में क्रिसमस और सांता को स्थानीय रंग भी मिलते हैं। चर्चों में मैस, स्कूलों और मॉल्स में सांता की एंट्री, और घरों में केक कटवाना आम है। कई शहरों में सांता बच्चों को छोटे उपहार बांटते हैं और फोटो लेने का मौका देते हैं। कुछ जगहों पर सांता परंपरागत भारतीय वेश-भूषा या हल्का मॉडिफाइड लुक भी अपनाते हैं ताकि स्थानीय मौसम और संस्कृति में फिट बैठे।
अगर आप किसी इवेंट के लिए सांता किरेक्टर ढूंढ रहे हैं तो असली मुस्कान और बच्चों के साथ धैर्य सबसे जरूरी गुण हैं। प्रोफेशनल सांता बुक करते समय प्रमाण और रेफरेंसेस पूछें ताकि बच्चे निराश न हों।
छोटी-छोटी चीजें जो क्रिसमस को खास बनाती हैं: घर पर सजावट के साथ पर्सनल नोट्स, घर पर बनाये हुए कुकीज़, और बच्चों के लिए सरल 'अडॉप्टेड' गिफ्ट ड्राइव। ये सब सांता के जादू को दिल के पास रखते हैं।
उपहार के लिए विचार चाहिये? बजट के हिसाब से कुछ अच्छे विकल्प हैं: 1) किताबें या पज़ल, 2) क्रिएटिव किट्स (ड्राइंग/साइंस), 3) छोटे बोर्ड गेम या आउटडोर खिलौने, 4) स्थानीय हस्तशिल्प — जो बच्चों और परिवार दोनों को खुश कर दें।
अंत में, सांता क्लॉज़ केवल एक चेहरा नहीं; वह देने और जुड़ने की भावना है। चाहे आप चर्च में हों, मॉल में या अपने घर पर, सांता का असली मतलब वही रहता है — खुशियाँ बांटना। हमारी साइट पर सांता और क्रिसमस से जुड़ी ताज़ा खबरें और इवेंट कवरेज भी देखें।
सांता क्लॉज़ ने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर अपने वार्षिक वैश्विक यात्रा की शुरुआत की, जिसे नॉराड ट्रैकर द्वारा ट्रैक किया जा रहा है। यह 69वां वर्ष है जब नॉराड ने सांता की मजेदार यात्रा की सूचना दी है। यह परंपरा 1955 में प्रारंभ हुई थी और अब यह दुनिया भर के परिवारों के लिए एक खुशी भरा अनुभव बन गया है।