मातृत्व भूमिका: आसान और व्यावहारिक गाइड
माँ बनना एक बड़ा बदलाव है — भावनात्मक, शारीरिक और रोज़मर्रा की ज़िन्दगी सब बदल जाते हैं। क्या आपको भी लगता है कि जिम्मेदारियाँ अचानक बढ़ गई हैं? चिंता कम करें। यहाँ सीधे-सीधे, काम आने वाले कदम दिए हैं जो हर नए या अनुभवहीन माँ के काम आएंगे।
तुरंत उपयोगी कदम (पहले 3 महीने)
पहले कुछ हफ्ते सबसे चुनौतीपूर्ण होते हैं। इसलिए प्राथमिकताएं साफ रखें:
- नींद की आदतें: बच्चे के नींद चक्र पर देखें और खुद भी छोटे-छोटे समय पर सोने की कोशिश करें। ‘जब बच्चा सोएं, आप भी सो जाएँ’ यह सीधा तरीका अक्सर मददगार रहता है।
- खान-पान और हाइड्रेशन: स्तनपान कर रही माँ को अधिक कैलोरी और पानी की जरूरत होती है। आसान, पौष्टिक स्नैक्स पास रखें—मूंगफली, फलों का रस, उबला अंडा आदि।
- स्टैण्डर्ड हेल्थ चेक: पोस्टपार्टम डॉक्टर विजिट ज़रूरी है—रक्तचाप, एनीमिया, और मनोवैज्ञानिक स्थिति का जायजा लें।
- बाउंडिंग और न्यूरो डेवलपमेंट: ब्रेस्टफीडिंग और स्किन-टू-स्किन संपर्क से बच्चे का vínculo मजबूत होता है और दूध भी बढ़ता है। WHO के अनुसार पहले 6 महीने एक्सक्लूसिव ब्रैस्टफीडिंग की सलाह दी जाती है।
काम और मातृत्व में संतुलन के ठोस तरीके
क्या आप कामकाजी माँ हैं या फिर काम पर वापसी सोच रही हैं? छोटे-छोटे परिवर्तन बड़ा फर्क डालते हैं:
- रूटीन बनाएं: सुबह और शाम के सरल नियम रखें—दूध, खिलाना, नींद टाइम। जब दिनचर्या टिकेगी तो काम पर ध्यान देना आसान होगा।
- कम्युनिकेशन: नियोक्ता से स्पष्ट बात करें—लचीला समय, पार्ट-टाइम विकल्प या वर्क-फ्रॉम-होम व्यवस्था पर चर्चा करें।
- सहायता स्वीकार करें: घर के कामों में मदद माँगना कोई कमजोरी नहीं। परिवार, दोस्तों या भरोसेमंद नर्स की मदद से आप अपने लिए समय निकाल पाएंगी।
- मन की देखभाल: थकान, उदासी या चिंता बढ़े तो प्रोफेशनल से बात करें। पेरिनेटल थेरपी और सपोर्ट ग्रुप्स बहुत असरदार होते हैं।
अंत में, हर माँ का अनुभव अलग होता है—कोई तेज़ अनुकूलन कर लेता है, तो किसी को धीरे-धीरे समय चाहिए। छोटे-छोटे कदम, सही जानकारी और मदद लेने की आदत आपको मजबूत बनाएगी। अगर आप चाहें, तो मैं कुछ आसान डेली शेड्यूल, नर्सिंग टिप्स या पोस्टपार्टम चेकलिस्ट भी बना कर दे सकता/सकती हूँ—बताइए किस तरह की मदद चाहती/चाहते हैं।
मशहूर मलयालम अभिनेत्री कावीयूर पुन्नम्मा का 20 सितंबर 2024 को 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे केरल के एर्णाकुलम स्थित एक निजी अस्पताल में कैंसर का इलाज करा रही थीं। कावीयूर ने अपने करियर की शुरुआत संगीत से की थी और बाद में एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा। उन्होने 1000 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया।