3 जून 2025 को लगभग 5500 करोड़ रुपये के ब्लॉक डील्स ने बाजार की धड़कन तेज कर दी—ऐसा बड़ा कारोबार सीधे निवेशकों की निगाहें खींच लेता है। अगर आप बाजार की हलचल समझना चाहते हैं तो सिर्फ कोट्स देखना काफ़ी नहीं; नीतियाँ, अंतरराष्ट्रीय समझौते और बड़ी कॉर्पोरेट घटनाएँ भी असर डालती हैं।
यह टैग पेज उसी जरूरत के लिए है: यहाँ आपको शेयर बाजार, व्यापार, नीति और कॉरपोरेट शब्दों में आने वाली ताज़ा खबरें मिलेंगी—जैसे YES Bank और Ola Electric में बड़े सौदे, भारत-UK फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर 6 मई 2025 का समझौता, या आयकर बिल 2025 जैसे कानून में बड़े बदलाव।
नीति और कानून — नया आयकर बिल (7 फरवरी 2025) जैसी खबरें टैक्स संरचना और कॉर्पोरेट फ़ायदे/खर्चों पर असर डालती हैं, इसलिए कंपनियों की प्रॉफिट प्रोजेक्शन बदल सकती हैं।
बड़े सौदे और ब्लॉक डील — जब किसी कंपनी में बड़ी हिस्सेदारी बेची या खरीदी जाती है, तो शेयर पर दबाव या उछाल आ सकता है। उदाहरण के तौर पर हालिया 5500 करोड़ के ब्लॉक डील से संबंधित कंपनियों के शेयरों में बेच-खरीद की तेज़ी देखी गई।
अंतरराष्ट्रीय समझौते और टैरिफ्स — भारत-UK FTA जैसे समझौते व्यापार और निर्यात-आयात रूट बदल देते हैं; इससे कुछ सेक्टर्स को बड़ा लाभ और दूसरों पर दबाव दिख सकता है।
कॉर्पोरेट इवेंट्स और प्रोडक्ट लॉन्च — नया स्मार्टफोन या बड़ी फिल्म के कलेक्शन का असर भी हो सकता है—उदाहरण के लिए Vivo V60 के लॉन्च जैसी खबरें टेक स्टॉक और कंज्यूमर ब्रांड पर नज़र रखने लायक होती हैं।
1) इवेंट कैलेंडर सेट करें: सरकार के बड़े फैसलों, कॉर्पोरेट ब्लॉक डील्स और एफटीए रिपोर्ट की तारीखें नोट करें। ये मौके प्राइस मूवमेंट के संकेत देते हैं।
2) इम्पैक्ट पर ध्यान दें, सिर्फ हेडलाइन पर नहीं: किसी खबर का तुरंत असर छोटा हो सकता है, लेकिन नीति बदलाव का असर महीनों में दिखता है—इसे समझ कर ही फैसला लें।
3) चेकलिस्ट बनाएं: सेक्टर-एक्सपोज़र (कौन सा सेक्टर आपकी पूँजी ज्यादा प्रभावित करेगा), लिक्विडिटी (कितना जल्दी बेच सकते हैं) और न्यूज़-स्रोत्स। हमारी कवरेज में आप इन्हीं पहलुओं पर त्वरित अपडेट और विश्लेषण पाएंगे।
4) ग्लोबल संकेत देखना न भूलें: फेड की दरें, विदेशी बाजारों की चाल और वैश्विक ट्रेड नियमन से भारतीय बाजार पर असर पड़ता है—फेड की हालिया दर कटौती या अंतरराष्ट्रीय आर्थिक कदमों को ध्यान में रखें।
यह पेज रोज़ाना अपडेट होता है और आप यहाँ से सीधा संबंधित रिपोर्ट्स पढ़ कर गहराई में जा सकते हैं—ब्लॉक डील्स, ट्रेड समझौते, नीतिगत बदलाव और कंपनियों के इवेंट्स—सब कुछ। अगर चाहें, अपनी पसंद के सेक्टर्स के लिए अलर्ट ऑन कर लें ताकि तहीं पर सबसे ज़रूरी खबरें मिलें।
भारतीय शेयर बाजार ने 29 नवंबर, 2024 को जबरदस्त सुधार दर्ज किया, जहां बीएसई सेंसेक्स में 759.05 अंक की बढ़त हुई। बाजार के सकारात्मक मूड का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि निफ्टी 50 इंडेक्स ने भी 216.95 अंक की वृद्धि दर्ज की। यह सुधार वैश्विक बाजारों में पुनर्जागरण और कच्चे तेल की घटी कीमतों के कारण हुआ।