क्या आपने कभी अचानक सीने में जोर का दबाव महसूस किया या बाईं बांह में झनझनाहट हुई? ये हार्ट अटैक के संकेत हो सकते हैं। हार्ट अटैक या मायोकार्डियल इंफार्क्शन तब होता है जब हृदय को खून पहुंचाने वाली नली अचानक बंद हो जाए। समय पर सही कदम जानना जान बचा सकता है।
हार्ट अटैक के आम लक्षण हमेशा एक जैसे नहीं होते। कुछ लोगों को पुरज़ोर सीने में दर्द या दबाव महसूस होता है, तो कुछ को तेज पसीना, साँस फूलना, उल्टी जैसी स्थिति या अचानक कमजोरी भी हो सकती है। महिलाओं और बुज़ुर्गों में लक्षण हल्के या असामान्य हो सकते हैं—जैसे जी मिचलाना, पीठ या जबड़े में दर्द या थकान।
अगर आप या साथ वाला व्यक्ति हार्ट अटैक के लक्षण दिखा रहा है तो तुरंत ये कदम उठाएँ: तुरंत इमरजेंसी नंबर (112/108) को कॉल करें। शख्स को आराम से बिठाएँ या लेटाएँ, घबराएँ नहीं। यदि व्यक्ति बेहोश नहीं और नाक चढ़ा नहीं है तो एस्पिरिन (325 mg) खाने के लिए दें—पर किसी को एलर्जी हो तो न दें।
यदि व्यक्ति हृदय संबंधी दवा लेता है (जैसे नाइट्रोग्लिसरीन) तो निर्देश के अनुसार दें। CPR की जरूरत लगे तो तुरंत शुरू करें—यदि आप प्रशिक्षित नहीं हैं तो इमरजेंसी ऑपरेटर के मार्गदर्शन में करें। समय न गंवाएँ; 30 मिनट के भीतर प्रोफेशनल ट्रीटमेंट मिलने से जान बचने की संभावना बढ़ जाती है।
आम कारणों में कोरोनरी आर्टरी में प्लाक बनना (एथ्रोस्क्लेरोसिस), उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, मोटापा और धूम्रपान शामिल हैं। डॉक्टर दिल के दर्द का एईसीजी, खून की जांच (कार्डिएक एन्जाइम्स), और इकोकार्डियोग्राफी या कोरोनरी एंजियोग्राफी से पता लगाते हैं।
अस्पताल में इलाज में ब्लड थिनर्स, दर्द निवारक, ऑक्सीजन, और ब्लॉकेज खोलने के लिए एंजियोप्लास्टी या स्टेंटिंग कराई जा सकती है। कुछ मामलों में बायपास सर्जरी की जरूरत पड़ती है। इलाज जितना जल्दी शुरू होगा, दिल को कम नुकसान होगा।
रोकथाम पर ध्यान देना ही सबसे अच्छा तरीका है। दिल के जोखिम घटाने के लिए धूम्रपान बंद करें, नियमित वॉक या व्यायाम करें, संतुलित खाना खाएँ और मधुमेह/उच्च BP को नियंत्रित रखें। पैदावार वाले तेलों और प्रोसेस्ड फूड्स कम खाएं और नमक सीमित रखें।
अगर आपके परिवार में हृदय रोग का इतिहास है, तो नियमित चेक‑अप और कोलेस्ट्रॉल-ग्लूकोज़ मॉनिटरिंग जरूरी है। दवा डॉक्टर ने बताई है तो उसे नियमित लें—छोड़ना जोखिम बढ़ाता है। छोटी-छोटी आदतें बदलकर आप अपने हार्ट अटैक के खतरे को काफी घटा सकते हैं।
अगर संदेह हो तो इंतज़ार मत कीजिए—जीवन बचाने का मौका अक्सर समय पर उठाए गए कदमों में छुपा होता है।
वर्ल्ड हार्ट डे 2024 के उपलक्ष्य में इस लेख में हृदय फेल्योर और हार्ट अटैक के बीच महत्वपूर्ण अंतर पर चर्चा की गई है, और प्राथमिक उपचार एवं आधुनिक हृदय स्वास्थ्य पर जोर दिया गया है। हृदय फेल्योर एक क्रॉनिक स्थिति है जिसमें हृदय शरीर की आवश्यकताओं के अनुसार पर्याप्त रक्त पंप करने में असमर्थ होता है जबकि हार्ट अटैक रक्त प्रवाह में रुकावट के कारण होता है जो हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुँचाता है।