ढाका: बांग्लादेश की राजधानी, संस्कृति और खबरों का केंद्र
जब बात आती है ढाका, बांग्लादेश की राजधानी और दक्षिण एशिया का एक महत्वपूर्ण आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र की, तो सिर्फ भीड़ और गलियाँ नहीं दिखतीं। ये शहर एक ऐसा जीवंत नेटवर्क है जहाँ राजनीति, आर्थिक निर्णय और लोगों की रोज़मर्रा की लड़ाई एक साथ घुल जाती हैं। बांग्लादेश, एशिया का एक तेजी से बढ़ता आर्थिक शक्तिशाली देश का दिल यही है, जहाँ से देश की नीतियाँ बनती हैं, और जहाँ से लाखों मजदूरों की आवाज़ें दुनिया भर में पहुँचती हैं। ये शहर सिर्फ एक जगह नहीं, बल्कि एक घटना है।
ढाका के साथ जुड़ी हर खबर का असर पूरे क्षेत्र पर पड़ता है। जब यहाँ कोई बड़ा निर्णय लिया जाता है, तो भारत के पूर्वी राज्यों के व्यापार, बाजार और रोज़गार पर उसका असर दिखता है। ढाका मौसम, मानसून के बाद और शीतकाल में बारिश और धुंध का असंतुलित अनुपात इस शहर के लिए बस एक विषय नहीं, बल्कि जीवन-मृत्यु का सवाल है। जब बारिश ज़्यादा होती है, तो सड़कें बह जाती हैं, रेलगाड़ियाँ रुक जाती हैं, और लोग अपने घरों में फँस जाते हैं। इसी तरह, ढाका राजनीति, एक ऐसा खेल जहाँ चुनाव और विरोध दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं दक्षिण एशिया के लिए एक संकेत है — क्या लोकतंत्र यहाँ जीवित है या बस एक नाम है?
इस पेज पर आपको ढाका से जुड़ी हर ऐसी खबर मिलेगी जो आपको बताएगी कि यह शहर कैसे चल रहा है। चाहे वो एक बड़ा आर्थिक फैसला हो, या फिर एक छोटी सी बस लाइन का बंद होना, हर खबर का एक अर्थ है। यहाँ आपको न सिर्फ ढाका की खबरें मिलेंगी, बल्कि ये भी पता चलेगा कि ये खबरें भारत के लिए क्यों मायने रखती हैं। आपके लिए ये सब कुछ एक साथ, बिना किसी अतिरिक्त शोर के।