जब मुशफिकुर रहीम ने 20 नवंबर 2023 को ढाका के शेर-ए-बंगला नेशनल क्रिकेट स्टेडियम में आयरलैंड के खिलाफ अपने 100वें टेस्ट मैच में अपनी 13वीं शतक की पूर्ति की, तो केवल 11 बल्लेबाज़ों के नाम ऐसे हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट के 148 साल के इतिहास में ये अद्भुत उपलब्धि हासिल की है। ये नहीं कि वो बस एक शतक बना रहे थे — वो एक ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने कभी गेंद नहीं फेंकी, फिर भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाए। उन्होंने आदम गिलक्रिस्ट के 15,461 रन का रिकॉर्ड तोड़कर 15,509 रन बनाए — एक ऐसा आंकड़ा जिसे कोई भी बल्लेबाज़ जिसने कभी गेंद नहीं फेंकी, अभी तक पार करने में सफल नहीं हुआ।
100वां टेस्ट: बांग्लादेश का पहला इतिहास
19 नवंबर को, जब मुशफिकुर ने अपना 100वां टेस्ट खेला, तो वो बांग्लादेश के इतिहास में पहले ऐसे खिलाड़ी बन गए। कोई भी बांग्लादेशी खिलाड़ी इस तक पहुंचा नहीं था। उनकी शुरुआत 2005 में लॉर्ड्स में हुई थी — उम्र 18 साल, बल्ला एक अनजान लड़का, और सामने एंड्रयू फ्लिंटॉफ, स्टीव हार्मिसन जैसे भयानक गेंदबाज़। उस मैच में उन्होंने 85 मिनट तक बल्लेबाजी की, केवल 19 रन बनाए। बाद में वांटेज रोड में 115* की पारी खेलकर उन्होंने अपनी पहली शतक बनाई। उस दिन उनके लिए सबसे डरावना था BBC का इंटरव्यू — न कि बल्ला चलाना।
दो रिकॉर्ड, एक समय: गिलक्रिस्ट को पीछे छोड़ते हुए
उसी हफ्ते, गाले में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच के दौरान, मुशफिकुर ने अपने अंतरराष्ट्रीय रनों की संख्या 15,509 तक पहुंचा दी — गिलक्रिस्ट के 15,461 से थोड़ा सा आगे। ये रिकॉर्ड उनके लिए और भी खास है क्योंकि उन्होंने कभी गेंद नहीं फेंकी। इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर हैं क्विंटन डी कॉक (12,654 रन) और जोस बटलर (11,881)। उन्होंने इसी मैच में एंजेलो मैथ्यूज को भी पीछे छोड़ दिया, जो अब तीसरे नंबर पर हैं।
264 रन की जोड़ी: नाजमुल के साथ इतिहास
गाले में मुशफिकुर और कप्तान नाजमुल होसैन शांतो ने चौथे विकेट के लिए 264 रन की शानदार जोड़ी बनाई — ये श्रीलंका में किसी भी अतिथि जोड़ी की सबसे बड़ी जोड़ी है। उस दिन श्रीलंका के लिए ये एंजेलो मैथ्यूज का आखिरी टेस्ट था। बांग्लादेश ने बल्लेबाजी करने का फैसला किया, और मुशफिकुर ने अपने बल्ले से उस मैच का रास्ता बदल दिया। उनके 99 रन पर बारिश आ गई, लेकिन उस दिन का आंकड़ा इतना बड़ा था कि बांग्लादेश के कप्तान मोमिनुल हक ने कहा, "वो कल 200 बना लेंगे।"
लंबे समय की लगातार लगातार लगातार लगातार
मुशफिकुर के 20 साल के करियर में उन्होंने 56 सीरीज़ खेलीं। इसकी तुलना सचिन तेंदुलकर (73 सीरीज़), जेम्स एंडरसन (67) या एंड्रू स्ट्रॉस (29) से करें — तो ये पता चलता है कि उनकी टिकाऊपन कितनी अद्भुत है। वो एक ऐसे देश से आए हैं जहां क्रिकेट के लिए निर्माण का समय लगता है। उन्होंने न सिर्फ टेस्ट क्रिकेट को बचाया, बल्कि उसे एक नई ऊंचाई पर ले गए।
एक अद्वितीय अंतरराष्ट्रीय स्थिति
इस रिकॉर्ड के लिए दुनिया भर में केवल 11 बल्लेबाज़ योग्य हैं। उनमें रिकी पॉटिंग (जिन्होंने अपने 100वें टेस्ट में दो शतक बनाए), जो रूट, ग्रेम स्मिथ, इंजमाम-उल-हक शामिल हैं। लेकिन मुशफिकुर अकेले हैं — वो एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने 100वें टेस्ट में शतक बनाया और साथ ही गेंदबाज़ी न करके सबसे ज्यादा रन बनाए। ये दोनों रिकॉर्ड एक साथ बनाना शायद ही किसी और के लिए संभव हो।
क्या अगला कदम?
अब उनका लक्ष्य 16,000 रन और 105 टेस्ट है। उनकी बल्लेबाजी अभी भी बहुत तेज है — बल्ला उनके हाथ में एक वारिस है। उनके लिए अब कोई रिकॉर्ड बहुत बड़ा नहीं लगता। वो अपने खिलाड़ियों के लिए एक मिसाल हैं — जिन्होंने कभी हार नहीं मानी, कभी बैकग्राउंड की चिंता नहीं की।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
मुशफिकुर रहीम ने किन रिकॉर्ड्स को तोड़ा?
मुशफिकुर रहीम ने दो बड़े रिकॉर्ड तोड़े: पहला, वो टेस्ट क्रिकेट के 148 साल के इतिहास में 11वें बल्लेबाज़ बने जिन्होंने अपने 100वें टेस्ट में शतक बनाया। दूसरा, वो ऐसे पहले खिलाड़ी बने जिन्होंने कभी गेंद नहीं फेंकी, फिर भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन (15,509) बनाए, जिससे आदम गिलक्रिस्ट का पिछला रिकॉर्ड (15,461) तोड़ दिया।
क्या कोई और बांग्लादेशी खिलाड़ी 100 टेस्ट खेल चुका है?
नहीं। मुशफिकुर रहीम बांग्लादेश के इतिहास में पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने 100 टेस्ट मैच खेले। इससे पहले कोई भी बांग्लादेशी खिलाड़ी 90 टेस्ट तक नहीं पहुंच पाया था। उनका ये रिकॉर्ड अभी तक किसी के लिए असंभव लगता है।
मुशफिकुर रहीम की शुरुआत कैसे हुई?
मुशफिकुर की शुरुआत 2005 में लॉर्ड्स में हुई, जब वो सिर्फ 18 साल के थे। उन्होंने पहली पारी में 56 गेंदों में 19 रन बनाए, जबकि इंग्लैंड के पास फ्लिंटॉफ और हार्मिसन जैसे भयानक गेंदबाज़ थे। उस दिन उनके लिए सबसे डरावना था BBC का इंटरव्यू, न कि बल्लेबाजी।
क्यों ये रिकॉर्ड इतना खास है?
क्योंकि ये दो अलग-अलग रिकॉर्ड एक साथ बने हैं — 100वें टेस्ट में शतक और गेंदबाज़ी न करके सबसे ज्यादा रन। ऐसा करने वाला कोई भी खिलाड़ी इतिहास में नहीं बना। ये लंबे समय, लगातार प्रदर्शन और बिना किसी विराम के टिके रहने का जीवन है।
मुशफिकुर रहीम का अगला लक्ष्य क्या है?
उनका अगला लक्ष्य 16,000 अंतरराष्ट्रीय रन और 105 टेस्ट मैच खेलना है। उनकी बल्लेबाजी अभी भी बेहद तेज है, और वो अपने टीम के लिए एक स्थायी आधार बने हुए हैं। उनके लिए अब रिकॉर्ड बनाना एक आदत बन चुका है।