ताटा कैपिटल IPO की सब्सक्रिप्शन दर 1.96X, ग्रे मार्केट प्रीमियम ₹6

ताटा कैपिटल IPO की सब्सक्रिप्शन दर 1.96X, ग्रे मार्केट प्रीमियम ₹6

जब ताटा कैपिटल लिमिटेड ने अपना आईपीओ लॉन्च किया, तो बाजार में हलचल थी – लेकिन सब्सक्रिप्शन की असली कहानी थोड़ी उलझी हुई थी। यह मुंबई‑आधारित NBFC, ताटा सोनस प्राइवेट लिमिटेड की सहायक कंपनी, ने 8 अक्टूबर 2025 को लगभग 5:04 PM IST पर बुक‑बिल्डिंग प्रक्रिया समाप्त कर दी। कुल 33.34 करोड़ शेयरों पर पेशकश के लिए 33.48 करोड़ शेयरों के बिड मिले, यानी लगभग 2 गुना सब्सक्रिप्शन – लेकिन वर्ग‑वर्ग में अंतर स्पष्ट था।

IPO का सारांश और सब्सक्रिप्शन आँकड़े

लॉट साइज 46 शेयर तय किया गया, जिससे न्यूनतम निवेश ₹14,996 (उच्चतम मूल्य बैंड ₹326) था। प्रशासक कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड ने लीड मैनेजमेंट संभाला, जबकि रजिस्ट्री MUFG इंटाइम इंडिया प्रा. लि. ने किया। कंपनी ने ताज़ा इश्यू से ₹15,511.87 करोड़ जुटाने की योजना बनाई, जिसमें 21 करोड़ शेयर फ्रेश इश्यू और 26.58 करोड़ शेयर ऑफर‑फ़र‑सेल (OFS) शामिल थे।

  • कुल सब्सक्रिप्शन: 1.95‑1.96 गुना
  • QIBs (योग्य संस्थागत खरीदार): 3.42 गुना
  • NIIs (गैर‑संस्थागत): 1.98 गुना
  • रिटेल: 1.08‑1.10 गुना (कोटाबद्ध मात्रा 2.5 गुना)
  • एम्प्लॉई रिज़र्व्ड: 2.55 गुना

पहले दो दिनों में सब्सक्रिप्शन 75 % तक ही रहा, लेकिन तीसरे दिन के बीच‑बिच में माँग तेज़ हो गई, और 3:15 PM IST तक कुल 1.78 गुना तक पहुंच गई।

निवेशकों के वर्गीकरण में माँग का उछाल

संस्थागत निवेशकों ने सबसे ज़्यादा भरोसा दिखाया। लाइफ इन्श्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, मॉर्गन स्टेनली, गोल्डमैन सैक्स जैसे एंकरों ने 3‑ऑक्टूबर को ही ₹4,642 करोड़ की बड़ी प्रतिबद्धता दी। कुल 135 एंकर निवेशकों ने मिलकर लगभग 15 % ऑफर ज़ब्त कर ली। फॉर्म‑फाइनेंस कॉरपोरेशन (इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन) भी ऑफर‑फ़र‑सेल हिस्से का मुख्य लाभार्थी बन गया।

रिटेल वर्ग की प्रतिक्रिया अपेक्षाकृत ठंडी रही। कई छोटे‑बड़े निवेशकों ने केवल 1 गुना ही बुक किया, जिससे संकेत मिला कि व्यापक निवेशक वर्ग अभी भी NBFC सेक्टर में जोखिम को लेकर सतर्क है।

ग्रे मार्केट प्रीमियम की स्थिति

आईपीओ के दौरान ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) का उतार‑चढ़ाव कम रहा – लगभग ₹5‑₹7 प्रति शेयर। इसका मतलब था कि इश्यू मूल्य बैंड के शीर्ष ₹326 से केवल 1.84‑2.15 % ऊपर की पेशकश थी। 8 अक्टूबर की सुबह 7:30 AM IST पर GMP ₹6 दर्ज किया गया, जिससे संभावित लिस्टिंग प्राइस ₹332 के आसपास रहा। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि इस स्तर की प्रीमियम कम आकर्षक होगी, खासकर जब तुलना में पिछले साल के ह्यूनडाई मोटर इंडिया आईपीओ ने 12‑% से अधिक प्रीमियम दिया था।

ब्रोकरों की राय और जोखिम संकेतक

ब्रोकरेज़ ने मिश्रित संदेश दिया। ICICI डायरेक्ट ने प्राविशन‑कवरेज अनुपात (58.5 %) में गिरावट और उधार की औसत लागत (7.8 %) के बढ़ते दबाव को जोखिम का संकेत माना। वहीं, अदित्य बिरला मनी ने स्टेज‑3 बिग‑डिफॉल्ट लोन (2.1 %) और अनसीक्योर्ड लोन शेयर (≈20 %) को ‘लागत‑संकट’ के रूप में चेतावनी दी।

फिर भी, आनंद राठी (Anand Rathi) और अदित्य बिरला कैपिटल ने ‘सब्सक्राइब – लॉन्ग टर्म’ का समर्थन किया, यह बताकर कि कंपनी का AAA क्रेडिट रेटिंग, मजबूत टियर‑I कैपिटल और विविधतापूर्ण रिटेल/एसएमई पोर्टफ़ोलियो जोखिम को संतुलित कर सकता है।

भविष्य की राह और सूचीबद्धता की संभावनाएँ

भविष्य की राह और सूचीबद्धता की संभावनाएँ

शेयर आवंटन 9 अक्टूबर 2025 को तय होगा, और लिस्टिंग 13 अक्टूबर (सोमवार) को दोनों नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE)बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर शुरू होने की उम्मीद है। ताजा इश्यू की राशि मुख्यतः टियर‑I कैपिटल को सुदृढ़ करने, आगे के ऋण पोर्टफ़ोलियो में वृद्धि और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म विस्तार में निवेशित होगी। ऑफर‑फ़र‑सेल की रक़म सीधे ताटा संस और IFC को जाएगी, जिससे दोनों के बैलेन्स शीट में स्थिरता आएगी।

कंपनी के प्रमुख—निखिल शाह—का कहना है कि यह पूँजी जुटाना भविष्य में मध्यम‑और‑छोटे उद्यमों (SMEs) को अधिक किफ़ायती वित्तीय समाधान देने में मदद करेगा।

इतिहासिक पृष्ठभूमि और पूर्व IPOs के साथ तुलना

ताटा कैपिटल ने 2007 में ताटा संस की सहायक संस्था के रूप में स्थापना की और तब से 723 से अधिक शाखाओं के माध्यम से व्यापक वित्तीय सेवाएँ प्रदान कर रही है। 2023 में कंपनी ने ₹10,000 करोड़ का ऋण पोर्टफ़ोलियो मिला, जिससे यह भारतीय NBFC सेक्टर में शीर्ष 5 में गिनी जाती है। इस आईपीओ को भारतीय इतिहास में चौथा सबसे बड़ा सार्वजनिक निर्गमन माना गया, और 2025 के अब तक का सबसे बड़ा IPO माना जाता है, जो पिछले वर्ष के ह्यूनडाई मोटर इंडिया के बाद आया।

पिछले कुछ वर्षों में Indian बाजार में कई बड़े आईपीओ हुए हैं, लेकिन ताटा कैपिटल का ग्रे मार्केट प्रीमियम अपेक्षाकृत कम रहने से यह संकेत मिलता है कि निवेशकों ने अभी भी NBFC सेक्टर में नियमन और रिस्क मैनेजमेंट को लेकर सतर्कता बरती है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

ताटा कैपिटल आईपीओ की कुल सब्सक्रिप्शन दर क्या थी?

IPO कुल मिलाकर 1.95‑1.96 गुना सब्सक्राइब हुआ, यानी 33.34 करोड़ शेयरों के मुकाबले लगभग 65 करोड़ शेयर बिड मिले।

ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) कितना था और इसका मतलब क्या?

GMP ₹5‑₹7 प्रति शेयर के बीच रहा, जो इश्यू के उच्चतम बैंड ₹326 से लगभग 1.84‑2.15 % अधिक था। यह संकेत देता है कि निवेशकों ने प्राइसिंग में बहुत ऊँची उछाल नहीं देखी, संभवतः सेक्टर‑विशिष्ट जोखिम के कारण।

कौन‑कौन से एंकर निवेशकों ने इस IPO में हिस्सा लिया?

मुख्य एंकर में लाइफ इन्श्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, मॉर्गन स्टेनली, गोल्डमैन सैक्स और कई घरेलू म्यूचुअल फंड शामिल थे, जो मिलकर ₹4,642 करोड़ की प्रतिबद्धता दे चुके हैं।

रिटेल निवेशकों की बुकिंग कितनी थी?

रिटेल वर्ग ने लगभग 1.08‑1.10 गुना बुक किया, जबकि रेज़र्व्ड कोटाबद्ध मात्रा 2.5 गुना तक पहुँच गई। यह दर्शाता है कि रिटेल हिस्से में क्रमिक बढ़ोतरी हुई, परंतु कुल मिलाकर उनकी माँग मध्यम रही।

IPO के proceeds का उपयोग कैसे किया जाएगा?

फ्रेश इश्यू की राशि का प्रमुख भाग टियर‑I कैपिटल को मजबूत करने, ऋण पोर्टफ़ोलियो का विस्तार और डिजिटल वित्तीय प्लेटफ़ॉर्म में निवेश करने के लिये होगा। ऑफर‑फ़र‑सेल से प्राप्त रक़म ताटा संस और इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन को दी जाएगी।

4 टिप्पणि

  • Abhishek Saini

    Abhishek Saini

    अक्तूबर 9, 2025 AT 01:33

    बहुत बढ़िया जानकारी है, इस IPO से निवेशकों को थोड़ा भरोसा मिला लगता है। थोड़ी और गहराई में जाते तो और मदद मिलती।

  • Nayana Borgohain

    Nayana Borgohain

    अक्तूबर 9, 2025 AT 02:56

    सही कहा, ये डेटा एक नई कहानी लिखता है 🤔

  • sangita sharma

    sangita sharma

    अक्तूबर 9, 2025 AT 04:36

    देखिए, जब तक नैतिकता की बात नहीं होती, तब तक ऐसे आईपीओ को शोरगुल नहीं मिलना चाहिए। रिटेल निवेशकों की सावधानी उचित है, नहीं तो मार्केट में अंधाधुंध अटेंशन मिलेगा।

  • PRAVIN PRAJAPAT

    PRAVIN PRAJAPAT

    अक्तूबर 9, 2025 AT 05:59

    सब्सक्रिप्शन दर 2X लगता है पर असली बात तो ग्रे मार्केट है

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