ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीम ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के लिए टीम की योजना को संशोधित करते हुए ट्रैविस हेड को ओपनिंग करने की जिम्मेदारी सौंपी है। यह निर्णय उस्मान ख्वाजा के साथ हेड की साझेदारी को प्राथमिकता देने के उद्देश्य से लिया गया है। टीम के स्टैंड-इन कप्तान स्टीव स्मिथ ने इस निर्णय की पुष्टि की और हेड के भारत के खिलाफ प्रदर्शन को मुख्य कारण बताया। हेड ने भारत दौरे पर दो और आधे टेस्ट मैचों के दौरान 55.75 की औसत से रन बनाकर अपने कौशल का प्रमाण दिया था।
स्मिथ के अनुसार, हेड का आक्रमणक शैली और नई गेंद के खिलाफ उनका प्रदर्शन काफी प्रभावशाली रहा है। भारत में हुए मैचों में उन्होंने तुरंत स्पिनरों पर दबाव बनाया, जो कि किसी भी विरोधी टीम के लिए चुनौतिपूर्ण हो सकता है। यह गुण हेड को शुरुआत में लाने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय बनाने में सहायक बना। उनकी गेंद को सीम से अच्छी तरह मारने की क्षमता टीम के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।
सम कॉन्सटास, जिन्होंने भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में शानदार पदार्पण किया था, अब उन्हें मध्य क्रम में स्थान बनाने के लिए संघर्ष करना होगा। उन्होंने अभी तक केवल दो टेस्ट मैच खेले हैं और प्रथम श्रेणी के खेलों की संख्या भी दस से कम है। हालाँकि उनकी शुरुआत काफी प्रभावशाली रही है, लेकिन चयनकर्ताओं ने शीर्ष क्रम में अनुभव को वरीयता दी है, विशेषकर उस सामरिक दृष्टिकोण के तहत जिसे स्पिन गेंदबाजी के अनुकूल माना जा रहा है।
मध्य क्रम में स्थान के लिए अन्य उम्मीदवारों में नाथन मैकस्वीनी और जोश इंग्लिश शामिल हैं। स्टीव स्मिथ ने सुझाव दिया कि भले ही कॉन्सटास को खेलने का मौका न मिले, लेकिन यह अनुभव उनके विकास के लिए महत्वपूर्ण रहेगा। खासतौर पर यह सोच उन्हें अपने 2013 के भारत दौरे की याद दिलाती है। गॉल में जनवरी 29 से शुरू हो रहे दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला के बाद दो वनडे भी खेले जाएंगे, जिसके बाद टीमें पाकिस्तान में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा लेंगी। इस से भी अन्य खिलाड़ियों को अपनी योग्यता दिखाने का अवसर मिलेगा।
पहला टेस्ट मैच गॉल इंटरनेशनल स्टेडियम में 29 जनवरी को शुरू होगा। यह फैसला टीम संयोजन के लिहाज से महत्वपूर्ण है, खासकर के ऑस्ट्रेलियाई टीम जिनके पास हेड और ख्वाजा के रूप में भरोसेमंद ओपनिंग बल्लेबाज हैं। इस बीच, दक्षिण एशिया की परिस्थितियों में स्पिन गेंदबाजों का विशेष महत्त्व रहता है और यह निर्णय उसी रणनीतिक दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर लिया गया है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम इस प्रारंभिक टेस्ट मैच में कैसे प्रदर्शन करती है और क्या हेड और ख्वाजा की जोड़ी टीम के लिए सफल साबित होती है। उम्मीद है कि यह मैच श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के बीच जवान क्रिकेटरों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बनेगा।
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