ब्रिस्टल विश्वविद्यालय की प्राचीन यूनानी विशेषज्ञ एली मैकिन रॉबर्ट्स ने Netflix की नई सीरीज 'Kaos' को ग्रीक पौराणिक कथाओं की सबसे समझदार पुनर्कथन कहा है। इस सीरीज का सृजन चार्ली कोवेल ने किया है, जिन्होंने ग्रीक मिथकों की परंपरागत कहानियों को एक नए और स्मार्ट ट्विस्ट के साथ प्रस्तुत किया है।
नया दृष्टिकोण और सजीव चित्रण
इस अद्भुत सीरीज में ज़्यूस, जिसे जेफ गोल्डब्लम ने निभाया है, को एक स्वार्थी, अहंकारी, और अत्यधिक नियंत्रित देवता के रूप में दिखाया गया है। उसका सबसे अच्छा दोस्त और लम्बे समय से कैदी प्रॉमेथियस, गुपचुप तरीके से ज़्यूस के पतन की साजिश रच रहा है। इस कहानी में हास्य और नाटकीयता का अजीब संतुलन है, जिससे इस सीरीज में आकर्षण और चिन्तन का मिश्रण देखने को मिलता है।
ज़्यूस के साथ दर्शकों का अनुभव किसी किट्सच मैनशन में होगा, जो कहीं आकाश में स्थित है। वहीं, एक मर्त्य स्त्री, रिडी (यूरीडेस) का किरदार, जिसे औरोरा पेरीन्यू ने निभाया है, जीवन और संबंधों में एक खालीपन का अनुभव करती है। उसकी दुनिया तब उलटी-पलटी हो जाती है जब एक रहस्यमयी औरत उसकी भविष्यवाणी करती है।
शक्तिशाली पात्र और उनकी कहानियाँ
इस सीरीज में अनगिनत जीवंत और शक्तिशाली पात्र हैं। जैसे कि डियोनिसस, जो प्लैजर, पागलपन और जंगली उन्माद के देवता हैं। उनका किरदार नाभान रिज़वान ने निभाया है, और वह अपने पिता ज़्यूस से अधिक सम्मान और अर्थ की तलाश कर रहे हैं। इस सबके बीच में, ज़्यूस अपनी माथे पर आई एक शिकन से अत्यधिक भयभीत है, जो उसके मुताबिक उसकी राह का अंत की ओर संकेत करती है।
इस शो की सेटिंग भी बेहद पाठात्मक और जीवंत है। ऑलंपस के रंगीन और ज्वलंत दृश्यों के बीच एक सख्त मर्त्य दुनिया और काले-सफ़ेद अंडरवर्ल्ड का महसूस प्रस्तुत किया गया है।
अभिनय और प्रदर्शन की उत्कृष्टता
इस सीरीज में रिडी और आरी के किरदारों का प्रदर्शन विशेष रूप से उल्लेखनीय है। उनके किरदारों के माध्यम से दर्शक गंभीरता और ऐक्साइटमेंट दोनों का अनुभव करते हैं। रिडी के जीवन की चुनौतियाँ और खोज की अनुभूति को दर्शक बखूबी महसूस कर पाते हैं।
एली मैकिन रॉबर्ट्स के अनुसार, 'Kaos' न केवल पौराणिक कथाओं के जानकारों के लिए बल्कि उन दर्शकों के लिए भी मनोरंजक है जो ग्रीक मिथकों से परिचित नहीं हैं। इस सीरीज में नयापन और गहराई दोनों ही हैं, जिससे यह शो देखने लायक बन जाता है।
पुरानी कहानी, नया स्वाद
चार्ली कोवेल की यह अनूठी प्रस्तुति ग्रीक पौराणिक कथाओं को एक नए अंदाज में पेश करती है, जो रोमांचक और आनंदायक है। यह न केवल एक नाटकीय शो है बल्कि दर्शकों को ग्रीक मिथकों की गहराईयों में जाकर सोचने पर मजबूर करता है।
अंततः, 'Kaos' एक थ्रिलिंग और एंजॉय करने योग्य सफर है जो क्लासिकल पौराणिक कथाओं को सम्मोहक तरीके से पेश करती है। यह सीरीज पौराणिक कथाओं के प्रशंसकों और नए दर्शकों के लिए एक मस्ट-वॉच है।
Sony Lis Saputra
अगस्त 30, 2024 AT 02:13
वाकई, Netflix की 'Kaos' ने ग्रीक पौराणिक कथाओं को एक अनोखे लेंस से पेश किया है। ज़्यूस को ऐसा दिखाया गया है जैसे एक हीडोनिस्टिक CEO हो, जो अपनी शक्ति को लेकर पूरी तरह खुद्दार है। प्रॉमेथियस की साजिशों में थोड़ा डीप फॉलो‑अप ने कहानी को ग्रिट्टी बना दिया। इस री-इमैजिनेशन से मैं सिर्फ़ मनोरंजन नहीं, बल्कि इतिहास के नए पर्स्पेक्टिव देख रहा हूँ। देखना बाकी है कि आगे क्या ट्विस्ट आते हैं।
Kirti Sihag
अगस्त 30, 2024 AT 18:53
ओह! यह तो बिल्कुल ड्रामा क्वीन की तरह है 😱✨ ज़्यूस की अहंकारी अदा देखकर मेरा दिल पगला गया! पर गुपचुप प्लॉट ट्विस्ट ने तो पूरी बाइबिल को हिला दिया 🤯🔱
Vibhuti Pandya
अगस्त 31, 2024 AT 11:33
सबको सलाम, इस शो ने मुझे कई लेयर में सोचने के लिए प्रेरित किया। ज़्यूस की कमजोरियों को दिखाना और फिर भी उसे एक दैत्य जैसा बनाकर प्रस्तुत करना काफी सूझबूझ वाला कदम है। प्रॉमेथियस का किरदार भी उतना ही जटिल है, जैसे वो एक वैरिएबल फ्रेंड है। कुल मिलाकर, मुझे इस रीइमैजिनेशन में काफी गहराई दिखती है।
Aayushi Tewari
सितंबर 1, 2024 AT 04:13
यह सीरीज़ ग्रीक पौराणिक कथाओं की पुनर्कल्पना में नयी दिशा स्थापित करती है। ज़्यूस को अहंकारी और नियंत्रित रूप में दर्शाना कथा को आधुनिक परिप्रेक्ष्य से जोड़ता है। प्रॉमेथियस की साजिश, और रिडी की कहानी का विकास बहुत विचारशील है। इस प्रकार के प्रयोगात्मक व्याख्यान दर्शकों को सोचने के लिए मजबूर करते हैं।
Rin Maeyashiki
सितंबर 1, 2024 AT 20:53
भाई उठाओ पॉपकॉर्न, क्योंकि ‘Kaos’ तो मज़े की बौछार है!
पहले ज़्यूस को देखो, ऐसा लग रहा है जैसे किसी बड़े कंपनी के CEO ने अपना आसन लिया हो, पर अंदर से भेदिया बॉस।
प्रॉमेथियस की साजिश तो बिल्कुल हाई‑स्टेक गैमिंग मोड में है, जैसे कीबोर्ड पर सभी बटन दबाए हों।
रिडी का किरदार ऐसा है जैसे कोई आधुनिक दिन की लड़कियों की परेशानियों को संभालने वाले एरोटिक नायक।
डायोनिसस की पागलपन की झलक, जैसे किसी रॉक कॉन्सर्ट की आवाज़ भरपूर हो।
सीज़न के सेट‑डिज़ाइन में ऐसा ज्वालामुखी जैसा रंग है, जो आपको सीधे ओलम्पस में ले जाता है।
वास्तव में, यह शो एक एलीट थियेटर की तरह है, पर हमारा सारा पॉप कॉर्न उसी के साथ है।
फ्लैशबैक सिक्वेंस बहुत ही सटीक हैं, जिससे ऐतिहासिक पिच को समझना आसान हो जाता है।
कई बार लाइटिंग, साउंड इफेक्ट्स और ध्वनि मिश्रण कुछ असाधारण और गॉरजियन ऑपरेशन जैसा लगता है।
इन सब के बीच, जय ज्यूस की यह बटन दबा जीती, जो डॉलग्राम की तरह हाई‑डायमेंशनल रैश करता है।
हमने देखा कि रिडी के किरदार में आत्मनिर्भरता की झलक है, जैसे एक नयी सॉलिड बेचैन तर्ज़ पर।
सिर्फ़ एंटरटेनमेंट ही नहीं, बल्कि ग्रीक मिथकों को नए सिरे से समझाने की कोशिश भी इसमें झलकती है।
जैसे किसी भी नई चीज़ के पीछे रचनात्मकता, अंत में ये कहानी हमें भीतर से टिंकर कर देती है।
बिना किसी अनावश्यक प्रलोभन के, यह बारीकी से तैयार की गई बंधी हुई लकीरें देती है।
अंत में, कुछ लोग कहेंगे कि यह सिर्फ़ एक किरकिरा है, पर मैं कहूँगा - यह एक मुख्यधारा का थ्रिल है।
Paras Printpack
सितंबर 2, 2024 AT 13:33
ओह, 'Kaos' तो बस नेक्स्ट‑लेवल वैब्यर है, सस्पेंसेस का गद्दी‑गदे माइक्रोफ़ोन जैसा। ज़्यूस की एगॉग लहज़े को देख कर तो मैं भी विचार‑विद्या के दिल में स्क्रिप्ट लिख दूँगा। ग्रीक मिथ याद दिलाते हैं की उन्नत ड्रामा तो बस ए मद्य है।
yaswanth rajana
सितंबर 3, 2024 AT 06:13
जब हम ग्रीक पौराणिक कथा के नए संस्करण को देख रहे हैं, तो यह देखना ज़रूरी है कि क्या यह विद्यमान मिथकों की गहराई का सम्मान करता है। 'Kaos' ज़्यूस को एक जटिल, कई‑आयामी चरित्र बनाकर कोशिश करता है, लेकिन एक साथ ही वह उसकी मानवीय त्रुटियों को भी उजागर करता है। यह द्वंद्वात्मक दृष्टिकोण दर्शकों को नैतिक प्रश्नों के साथ युद्ध में डालता है। इस मेहनत को देखते हुए, मैं कहना चाहूँगा कि यह प्रयास प्रशंसनीय है, बशर्ते इसका निष्पादन समान रूप से सुदृढ़ हो।
Roma Bajaj Kohli
सितंबर 3, 2024 AT 22:53
देखो भाई, इस सीरीज़ में तो बहुत सारे जार्गन और तकनीकी शब्द हैं, जैसे 'ओलिंपियन डिकोडिंग' और 'डिवाइन कॉन्ट्रास्ट'। यह शब्दावली भारतीय दर्शकों के लिए अजनबी हो सकती है, पर अगर आप फैंटेसी टाइप के काव्य में रुचि रखते हैं तो आपको इसका आनंद आएगा। वास्तव में, यह शो भारतीय मूल्यों को भी फेंक देता है।
Nitin Thakur
सितंबर 4, 2024 AT 15:33
अच्छा देखा तो इस शो में बहुत कुछ है पर मेरे ख्याल में थोड़ा और फोकस होना चाहिए ढंग से
Arya Prayoga
सितंबर 5, 2024 AT 08:13
यह शो शानदार है।
Vishal Lohar
सितंबर 6, 2024 AT 00:53
कुल मिलाकर 'Kaos' को एक नई परत देने के लिए उन्होंने कलात्मक सरलीकरण किया है, पर कुछ हिस्से बहुत उँचे दांव पर लगे हैं। वास्तविकता में, ग्रीक पौराणिक कहानी को पुनः निर्मित करते समय एक संतुलन आवश्यक होता है-कलेविनीयिटी और ऐतिहासिक सच्चाई दोनों को समेटते हुए। इस सरंचना में उनका प्रयास सराहनीय है, परन्तु कुछ दृश्य अधिक फैंटेसी‑प्रवण प्रतीत होते हैं। इस प्रकार की लकीरें कभी कभी दर्शकों को अलगाव की ओर ले जाती हैं। फिर भी, प्रस्तुत करने की शैली में एक नई ताजगी देखी जा सकती है।
Vinay Chaurasiya
सितंबर 6, 2024 AT 17:33
क्या कहा, बहुत बेकार, बोरिंग, अजीब, फिर भी कोई तो देख रहा है।
Selva Rajesh
सितंबर 7, 2024 AT 10:13
अरे भई, इस शॉर्ट में तो भावनाओं की धारा लगती है, जैसे तेज़ी से बहता हुआ नदी। ज़्यूस की अहंकारिता को दिखाते हुए, वह भी अपने ही दिमाग में खिंचाव महसूस करता है। ये सब देख कर मेरी आँखों में आँसू आ गया, जैसे किसी बारिश में बूँदें टपकती हों।
Ajay Kumar
सितंबर 8, 2024 AT 02:53
संतुलन की खोज में, 'Kaos' ने परम्परागत मिथक के साथ आधुनिक कथा‑तकनीक को मिलाया है। यह मिश्रण दर्शकों को नए दृष्य प्रदान करता है, साथ ही ग्रीक पौराणिक की गहराई को भी उजागर करता है।
Ravi Atif
सितंबर 8, 2024 AT 19:33
वा! इस सीरीज़ ने तो मेरा दिमाग उड़ा दिया 😂💥 बहुत मज़ा आया, एनीमे वाइब और पौराणिक कथा का मिलाजुला फ्यूजन।
Krish Solanki
सितंबर 9, 2024 AT 12:13
विचार–परिवर्तन का यह नाटकीय कृत्य, 'Kaos', निश्चित रूप से दर्शकों को शैक्षणिक एवं कलात्मक दोनो मोर्चों पर चुनौती देता है।
SHAKTI SINGH SHEKHAWAT
सितंबर 10, 2024 AT 04:53
शायद इस शो की योजना केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि एक गुप्त एजेंडा छुपा है, जो प्राचीन मिथकों के माध्यम से आधुनिक सामाजिक विचारधाराओं को दिशा दे रहा है।
sona saoirse
सितंबर 10, 2024 AT 21:33
इ सिओरीज का प्लॉट थोड़ा फनी हाय पर कदाचित ज्यादा जटिल हो।
VALLI M N
सितंबर 11, 2024 AT 14:13
वाह भाई, ये साइरीज़ तो बेहतरीन है 😎💪, पूरी तरह से एक्शन‑पैक्ड! चला, देखते रहें!
Aparajita Mishra
सितंबर 12, 2024 AT 06:53
सभी को नमस्ते, इस सीरीज़ में तो बहुती धूम है... लेकिन बात यह है कि क्या आप लोग अभी भी इसे देख रहे हैं? 🤔