लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण का मतदान आज सुबह से शुरू हो चुका है। इस चरण में बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश की कुल 49 सीटों पर वोटिंग हो रही है। मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हुआ और शाम 6 बजे तक चलेगा।
प्रमुख उम्मीदवार
इस चरण में कई दिग्गज नेता अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल मुंबई उत्तर से, स्मृति ईरानी अमेठी से और राजनाथ सिंह लखनऊ से चुनाव लड़ रहे हैं। विपक्ष की ओर से कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी के गढ़ रायबरेली से चुनाव लड़ रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला बारामूला से, RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य सारण से और शिवसेना-UBT के नेता अरविंद सावंत मुंबई दक्षिण से चुनावी मैदान में हैं।
राज्यवार सीटें
पांचवें चरण में सबसे ज्यादा 13 सीटों पर उत्तर प्रदेश में वोटिंग हो रही है। इसके बाद पश्चिम बंगाल में 7, बिहार में 5 और झारखंड में 3 सीटों पर मतदान हो रहा है। महाराष्ट्र की 17, ओडिशा की 2, जम्मू-कश्मीर की 1 और लद्दाख की 1 सीट पर भी इस चरण में वोट डाले जा रहे हैं।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
चुनाव आयोग ने मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। संवेदनशील और अति संवेदनशील क्षेत्रों में केंद्रीय सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। वोटरों को सुरक्षित और निष्पक्ष तरीके से अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
कई जगहों पर EVM में खराबी की शिकायतें भी मिली हैं, जिन्हें तुरंत बदला जा रहा है। चुनाव आयोग ने कहा है कि वे हर शिकायत को गंभीरता से ले रहे हैं और समस्याओं को जल्द से जल्द दूर करने का प्रयास कर रहे हैं।
मतदान प्रतिशत
शुरुआती रुझानों के अनुसार, सुबह 11 बजे तक औसतन 20% वोटिंग हुई है। हालांकि यह आंकड़ा अलग-अलग राज्यों में भिन्न है। पश्चिम बंगाल में 25%, महाराष्ट्र में 18%, उत्तर प्रदेश में 20%, बिहार में 22%, झारखंड में 24%, ओडिशा में 21%, जम्मू-कश्मीर में 15% और लद्दाख में 18% मतदान दर्ज किया गया है।
चुनाव आयोग को उम्मीद है कि शाम तक मतदान का प्रतिशत और बढ़ेगा। पिछले चरणों की तुलना में इस बार मतदान का उत्साह कुछ कम देखा जा रहा है। हालांकि राजनीतिक दलों द्वारा प्रचार अभियान तेज किया जा रहा है।
निष्कर्ष
लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण का मतदान जारी है। इस चरण में कुल 49 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। कई प्रमुख उम्मीदवार इस चरण में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। चुनाव आयोग ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं और मतदाताओं को निष्पक्ष व सुरक्षित तरीके से वोट डालने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
अगला चरण 10 मई को होगा, जिसमें 7 राज्यों की 51 सीटों पर मतदान होगा। चुनाव परिणाम 24 मई को घोषित किए जाएंगे। देश की जनता को उम्मीद है कि यह चुनाव लोकतंत्र की जीत सुनिश्चित करेगा और एक मजबूत व स्थिर सरकार का गठन होगा।
poornima khot
मई 20, 2024 AT 22:06
भाइयों और बहनों, इस चुनाव में हर एक वोट एक आवाज़ बन जाता है, और हमारी आवाज़ ही देश की दिशा तय करती है।
लोकसभा चुनाव का पाँचवाँ चरण सिर्फ एक संख्या नहीं, बल्कि लोकतंत्र की जीवित धड़कन है।
भौगोलिक विविधता वाले हमारे राज्य में हर मतदाता का अधिकार सुरक्षित है, यही हमारे जड़ों का सम्मान है।
सुरख़्या के कड़े इंतजामों के बीच भी, यदि हम अपने कर्तव्य को समझें तो मतदान सहज हो जाएगा।
राजनीतिक दलों की बड़बड़ाहट के पीछे अपने असली मुद्दों को याद रखें – शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार।
पीयूष गोयल और राजनाथ सिंह जैसे दिग्गजों को चुनते समय हमें उनके रिकॉर्ड को देखना चाहिए, सिर्फ नाम नहीं।
राहुल गांधी का चुनावी मैदान में उपस्थिति भी एक सवाल उठाता है – क्या हम भिन्नता को अपनाते हैं या केवल शक्ति का खेल देखते हैं?
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भी लोकतंत्र की ज्वाला जल रही है, हमें उनके मतों को भी सम्मान देना चाहिए।
यदि आप अपने वोट को सिर्फ एक औपचारिक काम मानेंगे, तो आप लोकतंत्र का उपभोग कर रहे हैं, न कि उसका निर्माता।
हमें यह याद रखना चाहिए कि हमारी युवा पीढ़ी इस चुनाव को देख रही है, वे हमारे उदाहरण से सीखेंगी।
बैठकों में चर्चा करते समय तथ्यात्मक जानकारी पर ही टिके रहें, अतिशयोक्ति से बचें।
यदि किसी को EVM की खराबी का डर है, तो चुनाव आयोग की तत्परता पर भरोसा रखें, यह प्रक्रिया का हिस्सा है।
समय की सीमा के भीतर अपना वोट डालना, न केवल हमारे व्यक्तिगत अधिकार का प्रयोग है, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी भी है।
आइए, हम सभी मिलकर इस चरण को सुगम बनाएं और अपने बच्चों को गर्व महसूस कराएं।
जैसे ही शाम को मतदान प्रतिशत बढ़ेगा, हमारा उत्साह भी उसी के साथ बढ़ेगा, यह हमारा लोकतांत्रिक कर्तव्य है।
Mukesh Yadav
मई 20, 2024 AT 23:46
वोटिंग सेंटर्स पर छिपी कैमरे का जाल और विदेशी एजेंसियों की खुफिया मंडली, यही असली कहानी है।
देखो, उन्होंने फ़ैक्ट्रीज़ के पीछे जासूसी टीमें तैनात कर रखी हैं।
अगर सुरक्षा का भरोसा नहीं है तो वोट मत डालो, वरना बाद में पछताओ।
हमारे राष्ट्र को बचाने के लिए हमें जागरूक रहना चाहिए।
Yogitha Priya
मई 21, 2024 AT 01:43
वोट डालना हमारा नैतिक कर्तव्य है, किसी साजिश के डर से इसे टालना बेमानी है।
जब मिलियन लोग मतदान कर रहे हैं, तो हम एक ही व्यक्ति पर संदेह क्यों करेंगे?
लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिशें हमेशा बाहरी कारणों से जुड़ी रहती हैं, लेकिन असली शक्ति तो हम, जनता में है।
सुरक्षा उपायों में भरोसा रखें, यह हमारी एकजुटता का संकेत है।
आइए, संवाद को सकारात्मक रखें और लोकतंत्र को सशक्त बनाएं।
Rajesh kumar
मई 21, 2024 AT 03:40
इस चरण में असली राष्ट्रीय हित यही है कि हम सभी अपने-अपने क्षेत्रों से बाहर निकलकर मतदान स्थल पर पहुंचें।
हमारी आवाज़ को दबाने की कोई भी कोशिश अस्वीकार्य है।
भारी सिक्योरिटी डिप्लॉयमेंट दिखाता है कि सरकार हमें कितना महत्व देती है।
हर एक वोट हमारे राष्ट्रीय एकता का प्रमाण है।
यदि कोई बाहरी ताकत हमारे दावे को कमजोर करने की कोशिश करेगी तो उनका सामना हम सब करेंगे।
देशभक्ति का असली अर्थ यही है कि हम एकजुट हो कर मतदान करें।
Anil Puri
मई 21, 2024 AT 05:20
भाई, वोटिंग में इतने हाई प्रोटेक्शन की जरूरत क्यों?
पिछले चरण में तो सब ठीक चल रहा था, अब इतना बड़ा ड्रामा क्यों?
शायद रिपोर्टर्स को भी समाचार चाहिए था, इसलिए बहुत हाइप कर रहे हैं।
खुद सोचो, असली समस्याएं क्या हैं, न कि केवल सुरक्षा की बातें।
Bhaskar Shil
मई 21, 2024 AT 07:16
इन्क्लुसिव मेंटर के तौर पर कहना चाहूँगा कि यह चरण मौजूदा डेटाबेस इंटेग्रेशन और वोटर एंगेजमेंट मॉडलों के आधार पर महत्वपूर्ण है।
वोटर रेजिलिएंसी के लिए हमें मल्टी-डायमेंशनल एप्रोच अपनानी होगी।
डेटा-ड्रिवेन रणनीतियों से ही हम सूचनात्मक गैप्स को पाट सकते हैं।
सभी स्टेकहोल्डर्स को कोऑपरेटिव फॉर्मेट में काम करना चाहिए।
Halbandge Sandeep Devrao
मई 21, 2024 AT 09:13
उपरोक्त विवरण के संदर्भ में यह स्पष्ट है कि चुनावी प्रक्रिया का एक सिद्धान्तात्मक ढाँचा विद्यमान है।
ईवीएम सम्बंधी तकनीकी समस्याओं का समाधान करने हेतु आयोग द्वारा अपनाए गए प्रोटोकॉल को विश्लेषित किया जाना आवश्यक है।
समयबद्धता एवं पारदर्शिता के सिद्धान्तों पर बल देना चाहिए।
सुरक्षा व्यवस्थाओं का निर्माण भी नियामक मानकों के अनुसार होना चाहिए।
अंततः, लोकतांत्रिक वैधता का उन्नयन अनुशासनात्मक अनुपालन पर निर्भर करता है।
One You tea
मई 21, 2024 AT 10:53
बेटा, ये चुनावी आँकड़े तो बस आँकड़े हैं, असली बात तो यह है कि हम सबको अपने‑अपने अभिमानों से ऊपर उठना चाहिए।
पोलिटिक्स की गली में खुद को इत्ती भी नहीं घुमा लेना चाहिए की जनता का सच दिखे ही नहीं।
इतनी सलीके से बात कर रहे हो तो शायद तुम्हें खुद के नतीजे का अंदाज़ा नहीं है।
akash shaikh
मई 21, 2024 AT 12:50
हाहाहा, तुम लोग इतना बड़ा ड्रामा क्यों बना रहे हो?
वास्तव में अंचल में वोटिंग का प्रोसेस बिलकुल सामान्य है, बेवकूफी मत करो।
केवल आँकड़े ही नहीं, आचरण भी देखना चाहिये।
abhinav gupta
मई 21, 2024 AT 14:46
देखो भाई, रिजल्ट आने से पहले ही अटकलबाज़ी चलाना बंद करो।
डेटा बदलने की शक्ल में मत पड़ो, यह बहुत टाइम बर्बाद करता है।
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें भरोसेमंद हैं।
vinay viswkarma
मई 21, 2024 AT 16:26
तुम्हारी बात सुनकर लोलुप हो गया, पर असली बात तो ये है कि वोट डाले बिना कुछ नहीं होगा।
आगे बढ़ो, देर नहीं करनी चाहिए।
Jay Fuentes
मई 21, 2024 AT 18:23
चलो दोस्तों, इस चरण में सबका उत्साह देख कर हम भी प्रॉसपर होते हैं!
जैसे ही वोटिंग प्रतिशत बढ़ेगा, हमारा दिल भी खुश होगा।
मतभेद को दरकिनार करके सब मिलकर अपना कर्तव्य पूरा करें।
आगे का चरण भी इसी जोश के साथ आएगा, बस अब वोट डालो!
Veda t
मई 21, 2024 AT 20:20
किसी को वोट नहीं देना है तो बाहर निकलो, यहां समय बर्बाद नहीं करना है।
देशभक्तों का यही कर्तव्य है, बेकार की चर्चा बंद करो।
Hemakul Pioneers
मई 21, 2024 AT 22:00
लोकतंत्र का यह सफ़र हमें यह सिखाता है कि प्रत्येक आवाज़ का महत्व है।
हमारे नीतियों का प्रतिच्छाया भविष्य की पीढ़ियों पर पड़ेगा।
सभी को अपने मताधिकार का सम्मान देना चाहिए, चाहे वे किसी भी विचारधारा के हों।
यह प्रक्रिया विचारों के आदान‑प्रदान का मंच है, जिस पर हमें सम्मानित रहना चाहिये।
Shivam Pandit
मई 21, 2024 AT 23:56
बहुत ही उम्दा बात है, दोस्तों!
आइए इस चुनाव में हम सब अपना पूरा सहयोग दें,,,, मतदान की प्रक्रिया में कोई भी बाधा न रहने दें।
एकजुटता में शक्ति है, और हमारी भागीदारी ही लोकतंत्र को जीवित रखती है।
parvez fmp
मई 22, 2024 AT 01:53
वोट डालो, मत मत करो, आपका चुनाव आपका अधिकार! 😊