लोकसभा चुनाव 2024 का चौथा चरण आज नौ राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की कुल 96 सीटों पर जारी है। सुबह 9 बजे तक देश भर में औसत मतदान प्रतिशत 10.35% दर्ज किया गया है। चुनाव आयोग के वोटर टर्नआउट ऐप पर रीयल-टाइम अपडेट्स मिल रहे हैं।
इस चरण में पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा 15.24% मतदान हुआ है। इसके बाद मध्य प्रदेश में 14.97%, झारखंड में 11.78%, उत्तर प्रदेश में 11.67% और बिहार में 10.18% वोट पड़े हैं। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में अब तक सबसे कम 5.07% मतदान रिकॉर्ड किया गया है।
उत्तर प्रदेश की सीटों पर एक नजर डालें तो सीतापुर लोकसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 14.28% वोटिंग हुई है। वहीं मध्य प्रदेश में उज्जैन सीट पर 16.80% मतदान दर्ज किया गया, जो इस राज्य में सर्वाधिक है।
राज्यों का मतदान प्रतिशत
राज्य | मतदान प्रतिशत |
---|---|
पश्चिम बंगाल | 15.24% |
मध्य प्रदेश | 14.97% |
झारखंड | 11.78% |
उत्तर प्रदेश | 11.67% |
बिहार | 10.18% |
जम्मू-कश्मीर | 5.07% |
बता दें कि इस बार लोकसभा चुनाव सात चरणों में कराए जा रहे हैं। तीन चरण पहले ही संपन्न हो चुके हैं और आज चौथे दौर का मतदान हो रहा है। अभी तीन चरण और बाकी हैं। अंतिम चरण का मतदान 20 मई को होगा और 23 मई को वोटों की गिनती के बाद नतीजे घोषित किए जाएंगे।
चौथे चरण के प्रमुख उम्मीदवार
इस चरण के कुछ प्रमुख उम्मीदवारों पर भी एक नजर डालते हैं। मध्य प्रदेश की उज्जैन सीट से कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और बीजेपी के अनिल फिरोजिया आमने-सामने हैं। वहीं पश्चिम बंगाल में टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी की भतीजी अभिषेक बनर्जी नंदीग्राम से चुनावी मैदान में हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस बार गोरखपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने सपा के प्रत्याशी राम भुआल निषाद को टिकट दिया गया है। बिहार की पटना साहिब सीट से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का मुकाबला कांग्रेस के शत्रुघ्न सिन्हा से है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
चुनाव आयोग ने वोटिंग के दौरान किसी भी अप्रिय घटना की आशंका को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। संवेदनशील मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है। साथ ही वेब कास्टिंग के जरिए भी नजर रखी जा रही है।
चुनाव आयोग के मुताबिक, सुबह 11 बजे तक मतदान में किसी भी तरह की गड़बड़ी की कोई खबर नहीं है। लेकिन कुछ जगहों से ईवीएम और वीवीपैट मशीनों में खराबी की शिकायतें जरूर मिल रही हैं, जिन्हें तुरंत बदलने के निर्देश दिए गए हैं।
मतदाताओं में उत्साह
इस चुनाव में मतदाताओं में भी काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। कई जगहों पर लंबी-लंबी कतारें लगी हैं। लोग अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। खासकर युवा वर्ग में काफी जोश है। उम्मीद की जा रही है कि इस बार भी रिकॉर्ड मतदान हो सकता है।
वैसे इस चुनाव में कोरोना वायरस का भी खासा असर देखा जा रहा है। मतदान केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। मतदाताओं को मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। उनका तापमान भी चेक किया जा रहा है और हाथ सैनिटाइज कराए जा रहे हैं।
कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव का यह चौथा चरण काफी अहम माना जा रहा है। इसके नतीजों पर सभी की निगाहें टिकी हैं। देखना होगा कि जनता किसके पक्ष में अपना फैसला सुनाती है और देश की सत्ता किस पार्टी के हाथों में जाती है।
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Sonia Arora
मई 14, 2024 AT 01:21
वोह, इस चौथे चरण की वोटिंग प्रतिशत देख के दिल खुश हो गया। पश्चिम बंगाल की 15.24% अब तक का प्रदर्शन काफी प्रेरणादायक लग रहा है। मध्य प्रदेश के 14.97% और झारखंड के 11.78% भी दर्शाते हैं कि जनता अपने अधिकार का प्रयोग कर रही है। खासकर जम्मू-कश्मीर में 5.07% की कमटारी हमें याद दिलाती है कि हर क्षेत्र की भागीदारी में अंतर हो सकता है, पर आगे बढ़ना जरूरी है। इस बीच, चुनाव आयोग की सुरक्षा उपायों की सराहना करनी चाहिए, क्योंकि चुनाव शांतिपूर्ण होना चाहिए।
abhinav gupta
मई 14, 2024 AT 01:21
अरे भाई, वोटर टर्नआउट ऐप में दिख रहा है कि लोग अब भी शर्तिया हो रहे हैं
vinay viswkarma
मई 14, 2024 AT 01:22
मतलब, आप लोग क्यूँ इतना आत्मविश्वास दिखा रहे हो? आँकड़े तो बस आँकड़े ही हैं। ये ही नहीं, कुछ जगहों पर ईवीएम की खराबी भी रिपोर्ट की गई है। तो सच्चाई यही है कि सिस्टम में दिक्कतें हैं, लेकिन लोग फिर भी खड़ा होना चाहते हैं।
Jay Fuentes
मई 14, 2024 AT 01:23
भाइयों और बहनों, चलिए इस चुनाव को बस एक आँकड़े की लड़ाई नहीं समझते।
सबसे पहले तो यह देखना चाहिए कि लोग अपने मतदान क़दम से क्या संदेश देना चाहते हैं।
ऊपर बताए गए प्रतिशत यह दर्शाते हैं कि जनसंख्या का एक हिस्सा सक्रिय रूप से भाग ले रहा है, लेकिन अभी भी बहुत बड़ा हिस्साआ है जो बाहर रह गया है।
यदि हम इस अवसर को लेकर आशावादी रहें तो युवा वर्ग की ऊर्जा को और अधिक प्रोत्साहित कर सकते हैं।
देश में कई जगहों पर मतदाताओं ने लंबी कतारें लगाई हैं, जो लोकतंत्र के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
इसी प्रतिबद्धता को देखते हुए चुनाव आयोग ने सुरक्षा और स्वास्थ्य प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू किया है, जिससे महामारी की चिंता भी कम होती दिख रही है।
परन्तु, हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि कुछ क्षेत्रों में वोटिंग प्रतिशत अभी भी बहुत कम है, जैसे जम्मू-कश्मीर।
यह दर्शाता है कि वहाँ के लोग या तो डर रहे हैं या फिर सूचना की कमी है।
सरकार और स्थानीय प्रशासन को मिलकर इन क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ाने के उपाय करने चाहिए।
समय के साथ हम देखेंगे कि क्या यह मतदान प्रक्रिया पूरे देश में समान रूप से प्रगति करती है।
भविष्य में, यदि हम इस ऊर्जा को सही दिशा में मोड़ें तो हम एक अधिक जिम्मेदार और प्रतिनिधि लोकतंत्र की ओर बढ़ सकते हैं।
इसी आशा के साथ, मैं सभी मतदाताओं को धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने अपने अधिकार का उपयोग किया।
आइए हम इस उत्साह को बनाए रखे और अगले चरणों में भी भागीदारी बढ़े।
अंत में, यह याद रखें कि हर वोट मायने रखता है, चाहे वह 5% हो या 15%।
आइए, देश को एकजुट होकर आगे बढ़े।
Veda t
मई 14, 2024 AT 01:24
देशभक्तों को देखो, फिर भी हर जगह टालमटोल है। हमें तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।