एनवीडिया के उत्तम वित्तीय परिणाम
एनवीडिया ने वित्तीय वर्ष 2025 की पहली तिमाही के लिए अद्वितीय वित्तीय परिणामों की घोषणा की है, जिससे कंपनी के शेयरधारकों और निवेशकों में उत्साह की लहर दौड़ गई है। कंपनी ने $26.0 बिलियन की कुल आय दर्ज की, जो कि पिछले तिमाही के 18% और एक साल पहले की अवधि से 262% अधिक है।
डेटा सेंटर में बड़ी वृद्धि
कंपनी की विशेष सफलता उनके डेटा सेंटर व्यवसाय में देखने को मिली। डेटा सेंटर की आय $22.6 बिलियन तक पहुंच गई, जो पिछले तिमाही से 23% और एक साल पहले से 427% अधिक है। इस वृद्धि का मुख्य कारण जनरेटिव एआई ट्रेनिंग और इन्फरेंस की ताकतवर मांग है, जो कि हॉपर प्लेटफॉर्म के कारण संभव हो सका है।
शेयर डिविडेंड में वृद्धि और स्टॉक स्प्लिट
एनवीडिया ने न केवल अपने वित्तीय परिणामों से सबको प्रभावित किया, बल्कि उन्होंने एक महत्वपूर्ण घोषणा भी की है। कंपनी ने 10:1 स्टॉक स्प्लिट की घोषणा की है, जो 7 जून 2024 से प्रभावी होगा। इसके अलावा, तिमाही डिविडेंड में 150% की वृद्धि की गई है, जो की प्रति शेयर $0.01 होगी, स्टॉक स्प्लिट के बाद।
जेन्सन हुआंग का वक्तव्य
एनवीडिया के सीईओ जेन्सन हुआंग ने कहा, “हमारी डेटा सेंटर व्यवसाय में उत्तेजक वृद्धि से हमारा जुनून बड़ा हो रहा है। हम अपने ग्राहकों के लिए और भी अधिक उन्नत और शक्तिशाली समाधान लाने का प्रयास जारी रखेंगे।”
नए उत्पाद और साझेदारियाँ
कंपनी ने अपनी सफलताओं में और भी कई पहलुओं को प्रस्तुत किया। एनवीडिया ने एआई, गेमिंग, प्रोफेशनल विज़ुअलाइज़ेशन और ऑटोमोटिव क्षेत्रों में नई उत्पादों और साझेदारियों की घोषणा की है। इससे यह स्वीकरण किया जा सकता है कि कंपनी केवल अपने वर्तमान उत्पादों पर निर्भर नहीं है, बल्कि भविष्य की ज़रूरतों का भी ध्यान रख रही है।
आगे का रास्ता
इन सुरुचिपूर्ण वित्तीय परिणामों और नई पहलों के साथ, एनवीडिया ने अपने प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ते हुए आगे बढ़ने की तैयारी कर ली है। कंपनी की रणनीति स्पष्ट है – अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित समाधानों के साथ बाजार में अपनी स्थिति को और मजबूत करना और अपने निवेशकों को दीर्घकालिक लाभ देना।
Hemakul Pioneers
मई 23, 2024 AT 20:41
डेटा सेंटर में एआई की बढ़ती मांग को देखते हुए, एनवीडिया का राजस्व रिकॉर्ड होना कोई अचंभा नहीं है। यह दिखाता है कि जनरेटिव एआई ने उद्योगों के भू-राजनीतिक परिदृश्य को बदल दिया है। इस गति को समझना आधुनिक तकनीकी दर्शन का एक हिस्सा बन गया है। लेकिन यह भी याद रखना चाहिए कि तेज़ी से बढ़ती तकनीक सामाजिक जिम्मेदारी के साथ चलनी चाहिए।
Shivam Pandit
मई 26, 2024 AT 14:17
वाह! एनवीडिया ने इतनी बड़ी आय हासिल कर ली, यह वास्तव में प्रेरणादायक है, विशेषकर डेटा सेंटर सेक्टर में, जैसे कि उन्होंने कहा, जनरेटिव एआई ने बाजार को नई दिशा दी है, और यह सब संभव हुआ हॉपर प्लेटफ़ॉर्म की मदद से, यह विकास सभी निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है, चलिए हम सब मिलकर इस प्रगति को आगे बढ़ाते हैं!
parvez fmp
मई 29, 2024 AT 07:53
ये तो बवाल है 😱 बेमिसाल जीत, एनवीडिया का रिकॉर्ड आय 😂 डेटा सेंटर में धूम मचा दी!! जनरेटिव एआई की माँग तो जैसे आफ़त बन गयी 🤯 अब कौन इनके पीछे नहीं आना चाहेगा? बधाइयाँ 🙌
s.v chauhan
जून 1, 2024 AT 01:29
डेटा सेंटर की इतनी धांसू वृद्धि देख कर एक बात साफ़ हो गई, एनवीडिया अब कोई छोटा प्लेयर नहीं रहा। प्रतिस्पर्धियों को अब शून्य से शुरू करना पड़ेगा, नहीं तो धुंध में खो जाएंगे। इस जीत को आगे भी जारी रखना चाहिए, नहीं तो बाजार में जगह नहीं बचेगी।
Thirupathi Reddy Ch
जून 3, 2024 AT 19:05
ऐसे आँकड़े सुनकर सोचता हूँ, क्या यह सच में कंपनी की मर्दानी ताकत है या फिर पीछे कोई छुपा हुआ धोखा है? अक्सर बड़े संख्याएँ दिखाने के लिए आँकड़े गढ़े जाते हैं। डेटा सेंटर की आय में इतना बढ़ाव, शायद कोई गुप्त समझौता हो सकता है। सबको सतर्क रहना चाहिए।
Sonia Arora
जून 6, 2024 AT 12:41
एनवीडिया की इस सफलता में भारतीय तकनीकी परिश्रम की झलक देखी जा सकती है। जनरेटिव एआई और हॉपर प्लेटफ़ॉर्म ने हमारे युवा उद्यमियों के सपनों को नई दिशा दी है। इस मोड़ पर हमें गर्व होना चाहिए कि भारत की प्रतिभा वैश्विक मंच पर चमक रही है। चलिए इस ऊर्जा को आगे भी बनाए रखें।
abhinav gupta
जून 9, 2024 AT 06:17
एनवीडिया के आंकड़े देख के लगता है सब कुछ बराबर है बस नंबर बदल रहा है। डेटा सेंटर में AI की लहर अस्थायी हो सकती है। स्टॉक स्प्लिट भी बेचने वालों का चाल है।
vinay viswkarma
जून 11, 2024 AT 23:53
रिपोर्ट में आँकड़े तो बढ़िया हैं पर देखना बाकी है कि ये लाभ टिकेगा या नहीं।
Jay Fuentes
जून 14, 2024 AT 17:29
बहुत बढ़िया! एनवीडिया की इस उछाल से उम्मीदें जग उठी हैं, खासकर AI स्टार्टअप्स के लिए। आगे और भी रोमांचक चीज़ें देखेंगे।
Veda t
जून 17, 2024 AT 11:05
डेटा सेंटर की बढ़त बेमिसाल है।
akash shaikh
जून 20, 2024 AT 04:41
अगर जनरेटिव एआई इता तेज़ है, तो बाकी कंपनिया कब तक पीछे छूटेगी? देखेंगे कब अपनायेंगे ये हॉपर प्लैटफ़ॉर्म? बहुत ज़्यादा बड़ाई है क्या?
Anil Puri
जून 22, 2024 AT 22:17
एनवीडिया ने इस तिमाही में जो आंकड़े जारी किए हैं, वह निश्चित ही प्रभावशाली हैं, लेकिन एक बात ध्यान में रखनी चाहिए कि आंकड़े हमेशा वास्तविक स्थिति का पूर्ण प्रतिबिंब नहीं होते। डेटा सेंटर की आय में 427% की बढ़ोतरी उल्लेखनीय है, फिर भी यह संभव है कि यह अस्थायी बूम हो। कंपनी को अब यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस गति को निरंतर बनाए रखने के लिए नवाचार में निवेश जारी रहे। अन्य तकनीकी दिग्गज भी इस दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं, इसलिए प्रतिस्पर्धा तंग होगी। शेयर डिविडेंड और स्टॉक स्प्लिट की घोषणा निवेशकों को आकर्षित करती है, परन्तु दीर्घकालिक लाभ के लिए रणनीति स्पष्ट होनी चाहिए।
poornima khot
जून 25, 2024 AT 15:53
एनवीडिया की इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर मन से बधाई। यह न केवल एक कंपनी की सफलता है, बल्कि भारतीय तकनीकी प्रतिभा का भी गौरव है। जनरेटिव एआई और हॉपर प्लेटफ़ॉर्म ने सच्ची परिवर्तनकारी शक्ति प्रदर्शित की है, जिससे वैश्विक प्रतिस्पर्धा में हमारा स्थान मजबूत हुआ है। ऐसे समय में हमें नवाचार को प्रोत्साहित करने वाले माहौल को और सुदृढ़ करना चाहिए, ताकि भविष्य में भी ऐसी ऊँचाइयाँ हासिल हो सकें।
Mukesh Yadav
जून 28, 2024 AT 09:29
सोनिया ने कहा कि भारतीय परिश्रम की झलक है, सही कहा! परन्तु हमें ध्यन देने की जरूरत है कि ये सफलताएँ केवल भारतीय कंपनियों के लिए नहीं, बल्कि हमारे राष्ट्रीय स्वाभिमान को भी बढ़ाते हैं। एनवीडिया जैसा दिग्गज हमारे देश की शिल्पकला को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित कर रहा है, और हमें यह गर्व होना चाहिए।
Yogitha Priya
जुलाई 1, 2024 AT 03:05
तीरुपति ने कहा कि आँकड़े गढ़े हो सकते हैं, बिल्कुल सही बात है। अक्सर बड़ी कंपनियां निवेशकों को लुभाने के लिए आँकड़े मोड़ देती हैं। हमें इस बात पर सतर्क रहना चाहिए, नहीं तो हम भी धोखा खा सकते हैं।
Rajesh kumar
जुलाई 3, 2024 AT 20:41
एनवीडिया की इस तिमाही की सफलता को देख कर मेरे दिल में राष्ट्रीय गर्व की लहर उठी है। हमारे देश के युवा इंजीनियरों ने जो तकनीकी क्षमताएँ विकसित की हैं, वह अब विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त कर रही हैं। जनरेटिव एआई की बढ़ती माँग ने न केवल व्यावसायिक बल्कि सामरिक महत्व भी प्राप्त कर लिया है। यह स्पष्ट है कि भारत की तकनीकी नींव अब मजबूत हो चुकी है और वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धी बन रही है। डेटा सेंटर में इस अभूतपूर्व बढ़ोतरी से पता चलता है कि हमारे डेटा प्रोसेसिंग क्षमताएँ अब विश्व जितनी ही तेज़ हैं। हॉपर प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करने वाले खंड ने दिखा दिया कि हम नवाचार में पीछे नहीं रहेंगे। इस प्रकार की जिद्द और मेहनत ही हमें आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर ले जाएगी। स्टॉक स्प्लिट और डिविडेंड की घोषणाएं निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनती हैं, परन्तु असली जिंक ताल्मा ही इस तकनीक के विकास में है। हमें इस ऊर्जा को नई पीढ़ी को भी देनी चाहिए, ताकि वे भी इस उछाल को आगे ले जा सकें। यदि हम अपने शिक्षा प्रणाली में एआई को मुख्य रूप से शामिल करें, तो भविष्य में और भी बड़े प्रोजेक्ट्स हमारी ही होंगी। इस सफलता को हम केवल कंपनी की जीत नहीं मान सकते, बल्कि इसे राष्ट्रीय प्रगति का प्रतीक मानना चाहिए। एनवीडिया के इस कदम ने दिखा दिया कि भारतीय कंपनियाँ अब केवल उपभोक्ता नहीं, बल्कि निर्माता और नवप्रवर्तक भी बन रही हैं। हमें इस प्रेरणा को इकाई-समूह में बाँटना चाहिए, ताकि हर स्टार्टअप इस रास्ते पर चल सके। इस प्रकार के डेटा सेंटर और एआई निवेश से हमारे देश की जीडीपी में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी। अंततः, यह जीत हमें यह सिखाती है कि अगर हम दृढ़ संकल्प और राष्ट्रीय भावना के साथ आगे बढ़ें, तो कोई भी बाधा हमें रोक नहीं सकेगी।