आरआईटीईएस लिमिटेड के शेयरों में 12% की उछाल हाल के एक्स-बोनस और एक्स-डिविडेंड ट्रेडिंग डे के प्रभाव के कारण देखा गया। इसका मतलब यह है कि इस दिन निवेशकों को बोनस और डिविडेंड प्राप्त करने के लिए कंपनी के शेयर खर्च करने की आवश्यकता है। आरआईटीईएस ने 20 सितंबर 2024 को रिकॉर्ड डेट निर्धारित की है, जिसने पिछले कुछ दिनों से निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है।
आरआईटीईएस ने अपने शेयरधारकों को 1:1 बोनस और 5 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने की घोषणा की है। इसका मतलब यह हुआ कि हर एक मौजूदा पूर्ण भुगतान किए गए इक्विटी शेयर के बदले में, एक नया पूर्ण भुगतान किया गया इक्विटी शेयर मिलेगा। इस तरह की बोनस घोषणा से कंपनी के शेयर की संख्या में वृद्धि होती है और शेयर की कीमत भी बोनस शेयरों की संख्या के अनुपात में घट जाती है।
इस घोषणा का प्रभाव यह है कि कंपनी के शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर समायोजित आधार पर 12% की वृद्धि के साथ 384 रुपये की उच्चतम कीमत पर पहुंचे। यह मूल्य पिछले बंद होने की कीमत से काफी अधिक है, जिसके कारण कई निवेशकों ने तुरंत शेयर खरीदने का निर्णय लिया।
डिविडेंड की पात्रता के लिए, जिन निवेशकों के नाम 20 सितंबर को कंपनी के रजिस्टर ऑफ मेंबर्स और एनएसडीएल (NSDL) और सीडीएसएल (CDSL) के लाभकारी स्वामित्व स्टेटमेंट्स में सूचीबद्ध होंगे, उन्हें यह डिविडेंड प्राप्त होगा। इस तारीख तक निवेशकों को कंपनी के शेयर खरीदने होंगे ताकि वे इस सूची में शामिल हो सकें।
आरआईटीईएस ने हाल ही में कुछ महत्वपूर्ण साझेदारियाँ और परियोजनाएँ भी की हैं। इसने एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड के साथ साझेदारी में एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके अंतर्गत ये दोनों कंपनियाँ मुआवजा आधारित परियोजनाओं, ईपीसी कॉन्ट्रैक्ट्स और अन्य सलाहकार सेवाओं के क्षेत्र में काम करेंगी।
आरआईटीईएस ने उत्तर प्रदेश राज्य ब्रिज कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा जारी निविदा में न्यूनतम बोलीदाता (L-1) के रूप में भी उभर कर सामने आए हैं। इसमें कंपनी को निर्माण संबंधी सिविल कार्यों के लिए 60.03 करोड़ रुपये का अनुबंध मिला है। यह परियोजना जीएसटी के अतिरिक्त लागत की होगी।
इस प्रकार, आरआईटीईएस के भविष्य की संभावनाएं बहुत बहु-आयामी और आशाजनक दिख रही हैं। निवेशकों को इसमें अपने निवेश के लिए सदैव अद्यतित रहना चाहिए और कंपनी की नवीनतम घोषणाओं पर ध्यान देना चाहिए।
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