अक्षरा सिंह और विशाल आदित्य सिंह के नए होली गाने 'जोगिरा सा रा रा' ने भोजपुरी संगीत प्रेमियों के दिलों में तहलका मचा दिया है। गाना 1 मार्च, 2025 को रिलीज़ हुआ और तब से ही यह गाना सोशल मीडिया और यूट्यूब पर छा गया है। इस धमाकेदार होली गाने में होली की पारंपरिक रंग-रूप को उर्जावान नृत्य प्रदर्शन के साथ प्रस्तुत किया गया है। विशाल आदित्य सिंह ने इस गीत के साथ भोजपुरी संगीत की दुनिया में अपनी शुरुआत की है।
इस गाने में शानदार रंगीन दृश्यों के बीच अक्षरा सिंह और सुगम सिंह की आवाजों ने खास महफिल सजाई है। गाने के बोल छोटू यादव ने लिखे हैं और संगीत लक्ष्मीकांत एल.के. ने दिया है। मोहित यादव द्वारा निर्देशित और कोरियोग्राफ किए गए इस वीडियो में होली के त्योहार की रंगीनता और धूमधाम को खुबसूरती से उकेरा गया है।
विशाल आदित्य सिंह ने भोजपुरी संगीत की बढ़ती लोकप्रियता को लेकर अपने उत्साह को साझा किया और इस सहयोगी अनुभव की तारीफ की। गाने के वायरल होते ही यूट्यूब पर इसे बड़े पैमाने पर सराहा जा रहा है। फैंस ने इस गाने में नृत्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतिकरण के लिए जमकर तारीफ की है। अक्षरा सिंह ने सोशल मीडिया पर इस गाने को प्रमोट करते हुए प्रशंसा पाने के लिए फैंस का शुक्रिया अदा किया और गाने को अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रोत्साहित किया।
Selva Rajesh
मार्च 13, 2025 AT 04:07
जोगिरा सा रा रा की ध्वनि सुनते ही दिल के अंदर एक विस्फोटक ऊर्जा फूट गई। अक्षरा सिंह की मीठी आवाज़ और विशाल आदित्य सिंह का नई शुरुआत का उल्लास इस ट्रैक को दिर्घकालीन हिट बनाता है। संगीतकार लक्ष्मीकांत की धुनें ऐसी हैं कि सुनते ही रंगीन होली की बौछार महसूस होती है। बोल लिखने वाले छोटू यादव ने हर शब्द में त्योहार की चहक को समेट लिया है। कोरियोग्राफी में मोहित यादव ने नाच के साथ सांस्कृतिक परम्परा को नई धरोहर में बदल दिया। वीडियो के हर फ्रेम में चमकते रंग और चमकदार कपड़े जैसे दर्शकों को खींचते हैं। यूट्यूब पर व्यूज़ की गिनती दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है, जो दर्शाता है कि लोग इस जादू को अपनाएंगे। फैंस की प्रतिक्रिया में केवल सराहना ही नहीं, बल्कि व्यापक सांगीतिक विश्लेषण भी देखी जा रही है। भोजपुरी संगीत की बढ़ती लोकप्रियता का यही प्रमाण है कि यह ट्रैक एक पवन है। अक्षरा सिंह ने सोशल मीडिया पर अपना ‘धन्यवाद’ कहा, लेकिन असली कृतज्ञता तो दर्शकों के दिल में बसी है। विलासिता के साथ प्रस्तुत किया गया यह गाना भविष्य में कई धूमधाम वाले उत्सवों में बज़ेगा। भाइयों-बहनों, यह ध्वनि तो एक ज्वैलरी की तरह है, जो हर उत्सव को सजेगा। परंतु, कुछ लोग अभी भी इस शैली को शुद्ध नहीं मानते, पर वही तो संगीत की विविधता है। मैं इस रचना को एक सतत प्रेरणा के रूप में देखता हूँ, जो नई पीढ़ियों को संगीत की ओर आकर्षित करे। समाप्ति में, यह गाना हमारे समाज की बहुरंगी पहचान को और भी उज्ज्वल बनाता है।
Ajay Kumar
मार्च 15, 2025 AT 23:45
जोगिरा सा रा रा ने होली में नयी ज्वाला जलाई। अक्षरा और विशाल का मिलन संगीत में इंद्रधनुषी रंग भरता है। इस ट्रैक की ताल से दिल धड़कता है।
Ravi Atif
मार्च 18, 2025 AT 19:23
भाई लोग, ये गाना सुनते ही मन का दिमाग हिल गया 😮। रंग-बिरंगे दृश्य और तेज़ बीट एक साथ मिलकर ऊर्जा का फव्वारा बनाते हैं। अक्षरा का स्वर बहुत ही मुलायम है, जबकि विशाल की आवाज़ में एक नई ताजगी है। वीडियो में हर कदम पर नाचते लोग जैसे होली के झंडे संभाल रहे हों। कुल मिलाकर, बहुत ही बढ़िया कर दिया उन्होंने।
Krish Solanki
मार्च 21, 2025 AT 15:01
यह गाना शैलीगत रूप से कमतर और बाज़ारवादी है।
SHAKTI SINGH SHEKHAWAT
मार्च 24, 2025 AT 10:40
लगता है कि इस ट्रैक के पीछे बड़े संगीत कॉरपोरेशन की योजना है, जो युवाओं को नियंत्रित करने के लिए थ्रिलर बनाते हैं। बहु-परत ध्वनि को विश्लेषण करने पर पता चलता है कि कुछ नज़रें छिपी हुई हैं। शायद इस होली गीत में उपभोक्ता व्यवहार को बदलने की रणनीति छिपी है। फिर भी जनसाधारण इसका आदर करके इसे हिप बना रहा है।
sona saoirse
मार्च 27, 2025 AT 06:18
भाईयो अौर बहनो, ए गाना तो बुरेइयां क़ी लहर है, ये थाडे लाड पकोस बेरा गैलि माहे धोकियों । सही म्यूजिक तो शुद्ध काव्य होना चहिये। ए सारा बकवास से बचे।
VALLI M N
मार्च 30, 2025 AT 01:56
हमें अपने देश की भाषा में गाए जाने वाले गानों की जरूरत है, और यही गाना हमारी संस्कृति का झंडा है! 🇮🇳 जय होली, जय भारत! 😊
Aparajita Mishra
अप्रैल 1, 2025 AT 21:34
ओह, यहाँ तो सब नाचते‑गाते हुए खुद को ‘इंडो‑पॉप स्टार’ समझ रहे हैं, मज़ेदार है ना? लेकिन सच्ची कला तो गहराई में छिपी होती है, अपने आप को ऊँचा मत समझो।
Shiva Sharifi
अप्रैल 4, 2025 AT 17:12
हाहा, आपने सही कहा, लेकिन हर कोई अपना जज्बा दिखा रहा है, और यही तो मज़ा है! 🎉 थोड़ा‑बहुत टाइपिंग में गलती हो सकती है, पर ऊर्जा यूंही बनी रहे।
Ayush Dhingra
अप्रैल 7, 2025 AT 12:51
अभिनंदन तो बकवास, कोई भी गाना तभी सच्चा है जब वह नैतिक मूल्यों को उभारे। जोगिरा सा रा रा में तो बस धूमधाम है, गहरा संदेश नहीं। तो बस, थोडा सोचिए, नहीं तो बस धुंधली धुनी बन जाएँगे।
Vineet Sharma
अप्रैल 10, 2025 AT 08:29
सच में? ऐसे ही सादे शब्दों में आप इसे ‘इंद्रधनुषी रंग’ कहते हैं, क्या इसे सुनने वाले को भी वही समझ आएगा? ध्वनि शायद थोड़ी प्रतीक्षा कर रही होगी।