अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए अपनी चुनावी अभियान से हटने का ऐलान किया है। बाइडन ने अपने इस निर्णय को देश और उनकी पार्टी के सर्वोत्तम हित में बताया है। यह निर्णय चुनाव से चार महीने पहले आया है, जो कि राजनीतिक दुनिया में हलचल मचा देने वाला है।
जो बाइडन ने खुद की पार्टी और देश को बेहतर भविष्य देने के उद्देश्य से अपनी चुनावी अभियान को खत्म करने का निर्णय किया है। उनके इस निर्णय के पीछे एक बड़ा कारण जून के अंत में रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ हुई बहस का प्रदर्शन है। उस बहस में बाइडन की प्रस्तुति काफी कमजोर और असंगत थी, जिससे पार्टी और उनके समर्थकों में निराशा फैली।
अपने बयान में जो बाइडन ने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का समर्थन किया और अमेरिकियों के प्रति अपनी गहरी आभार व्यक्त की। उन्होंने कहा कि एक मजबूत नेता के रूप में कमला हैरिस देश को सही दिशा में ले जा सकती हैं। अब डेमोक्रेटिक पार्ट की नजरें डेमोक्रेटिक नेशनल सम्मेलन पर होंगी, जहां नए उम्मीदवार को चुना जाएगा।
कमला हैरिस का समर्थ होने के बावजूद यह अभी स्पष्ट नहीं है कि वे बिना विरोध के पार्टी की नयी उम्मीदवार बनेंगी। इस निर्णय से पार्टी में कई सवाल उठ खड़े हुए हैं।
जो बाइडन के इस निर्णय के सफर पर डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी एक आपात बैठक आयोजित कर रही है। इसमें इस निर्णय के परिणामों पर चर्चा की जाएगी। आगामी डेमोक्रेटिक नेशनल सम्मेलन का आयोजन अगले महीने शिकागो में होगा, जहां पार्टी के सभी प्रतिनिधि नए उम्मीदवार के चयन के लिए इकट्ठा होंगे।
यह देखना अब रोमांचक होगा कि अगला उम्मीदवार कौन होगा और क्या कमला हैरिस के पक्ष में पार्टी का समर्थन रहेगा। वर्तमान समय में जो बाइडन के इस निर्णय का देश की राजनीति पर बड़ा असर हो सकता है।
जो बाइडन का चुनावी अभियान छोड़ने का निर्णय न केवल डेमोक्रेटिक पार्टी बल्कि अमेरिकी राजनीति के एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखा जा रहा है। पार्टी के भीतर और बाहर से उन पर बढ़ते दबाव के चलते यह निर्णय लिया गया है।
ऐसा माना जा रहा है कि उनके इस निर्णय के पीछे उनकी स्वास्थ्य स्थिति और हालिया बहस में कमजोर प्रदर्शन का बड़ा हाथ है। कुछ समय से, पार्टी के कई सदस्य चिंतित थे कि उनकी अभियान जारी रखने की स्थिति पार्टी के अन्य उम्मीदवारों को नुकसान पहुंचा सकती है।
जो बाइडन के चुनाव से हटने के बाद अब डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए आगे का रास्ता थोड़ा चुनौतीपूर्ण दिखाई दे रहा है। कमला हैरिस का समर्थन न केवल उनके लिए बल्कि पार्टी के लिए भी नए अवसर और चुनौतियों को सामने लाएगा। अब देखना यह है कि क्या पार्टी बिना किसी विवाद के कमला हैरिस को अपना उम्मीदवार चुनती है या फिर किसी नए चेहरें को सामने लाया जाएगा।
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