हॅनले-चुंबर रोड: लद्दाख में 91 किमी की नई रणनीतिक सड़क ने बदली कनेक्टिविटी

हॅनले-चुंबर रोड: लद्दाख में 91 किमी की नई रणनीतिक सड़क ने बदली कनेक्टिविटी

रणनीतिक महत्व

भारतीय सेना ने 23 सितंबर को हॅनले-चुंबर रोड का उद्घाटन किया, जिससे लद्दाख के पूर्वी हिस्से में 91 किमी की साल‑सभी‑मौसम कनेक्टिविटी तैयार हुई। यह सड़क प्रोजेक्ट हिमांक, बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन (BRO) के तहत बनी है और 14,500 से 17,200 फीट की कठिन ऊँचाइयों को पार करती है। सैल्सा ला पास को पार करने वाली यह मार्ग विश्व की सबसे ऊँची मोटरबिल योग्य सड़कों में गिनी जाती है, यहाँ का इन्फ्रास्ट्रक्चर माउंट एवरस्ट के बेस कैंप से भी ऊँचा है।

सेना के लिए यह सड़का एक “फोर्स मल्टीप्लायर” बनकर उभरा है। अब अगस्त में तेज़ बर्फबारी और ठंडे मौसम में भी अग्रिम चेक‑पोइंट्स तक त्वरित सैनिक, टैंक, मिसाइल सिस्टम और आपूर्ति पहुँचाना संभव हो गया है। इससे लियोन के “लॉजिस्टिक गेप” को पाटा गया और संभावित चीनी खतरों पर प्रतिक्रिया समय काफी घट गया। इस विकास को रक्षक तज्ञों ने भारत की सीमा रक्षा में एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया है।

  • वर्ष‑भर सैनिकों और भारी उपकरणों का ट्रांसपोर्ट।
  • पहाड़ी क्षेत्रों में तेज़ मेडिकल एम्बुलेंस पहुँच।
  • सीमा पर स्थित छोटे‑छोटे पोस्टों को निरंतर सप्लाई चैन।

पर्यटन और स्थानीय विकास

सड़क का दूसरा बड़ा असर लद्दाख के पर्यटन पर है। अब हॅनले से चुमार तक का सफ़र आसान हो गया, जिससे हॅनले वेधशाला, क्यून त्सो लेक, चिलिंग त्सो लेक और प्रसिद्ध त्सो मोरिरी तक के दर्शनीय स्थल एक ही यात्रा में जोड़ सकते हैं। ट्रेकिंग क्लब और साहसिक यात्रा एजेंसियों को नया रूट मिला, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था में टूरिज्म का योगदान बढ़ेगा।

चुमार, जो पहले केवल कठिन ट्रैक से पहुँचा जाता था, अब एक सुगम बड‑कनेक्शन पा गया है। इस गांव के कश्मीरियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ, शिक्षा संस्थान और बाजार तक पहुंचने का मौका मिलेगा। बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन ने इस प्रोजेक्ट को 947.43 करोड़ रुपये के बड़े बजट के हिस्से के रूप में पूरा किया, जिसमें लद्दाख में 16 प्रमुख परियोजनाएँ शामिल थीं।

स्थानीय लोग इस नई सड़की पर अपनी रोज़मर्रा की जरूरतों के लिए साधन, कृषि उत्पादों की बिक्री और बेहतर संचार का लाभ उठाने के लिये उत्साहित हैं। साथ ही, सैल्सा ला पास के निकटवर्ती जलाशयों की साफ‑सफाई और पर्यावरणीय संरक्षण के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चल रहे हैं, जिससे इस क्षेत्र की सतत विकास दिशा में कदम बढ़ेगा।

संकल्पित “ऑपरेशन सिंधूर” के साथ इस सड़क का समर्पण लद्दाख के लोगों के लिए एक नई आशा का प्रतीक है, जहाँ राष्ट्रीय सुरक्षा और स्थानीय समृद्धि साथ‑साथ चल रहे हैं।