भारत के स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने लॉसान डायमंड लीग में एक बार फिर से अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। 22 अगस्त 2024 को आयोजित इस प्रतियोगिता में नीरज ने 89 मीटर का थ्रो किया, जो उनके इस सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। यह प्रतियोगिता पोंटेस ओलंपिक स्टेडियम में हुई, जिसमें नीरज का थ्रो दूसरा स्थान हासिल करने में सफल रहा।
लॉसान में नीरज को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। विश्वस्तरीय एथलीट्स जैसे एंडरसन पीटर्स, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था, और जाकुब वाडलेच, जिन्होंने पेरिस में चौथा स्थान प्राप्त किया था, भी इस प्रतिस्पर्धा में थे। हालांकि, पेरिस में स्वर्ण पदक के विजेता अर्शद नदीम, जिन्होंने 92.97 मीटर का थ्रो कर ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया था, लॉसान में प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले रहे थे।
निरंतर प्रदर्शन करने वाले नीरज चोपड़ा इन दिनों अपनी ग्रोइन चोट से जूझ रहे हैं, जो उन्होंने पिछले साल बुडापेस्ट विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतते समय प्राप्त की थी। इस चोट के बावजूद नीरज ने लॉसान में ऐसा बेहतरीन प्रदर्शन किया। उनका यह समर्पण और पेशेवरता देखने योग्य थी। नीरज का मानना है कि यदि वह चोट-मुक्त होते, तो पेरिस में उनके प्रदर्शन में और निखार आ सकता था।
नीरज चोपड़ा ने लॉसान प्रतिस्पर्धा के पश्चात बताया कि वे सितंबर में डायमंड लीग सत्र समाप्त होने के बाद डॉक्टर्स से परामर्श करेंगे और अपनी चोट को लेकर उचित चिकित्सा लेंगे। नीरज ने टोक्यो ओलंपिक्स के बाद अपना प्रशिक्षण और प्रतिस्पर्धा जारी रखने की रणनीति अपनाई, ताकि वे अन्य एथलीट्स की तरह प्रतिस्पर्धात्मक बने रहें।
डायमंड लीग सीरीज का हिस्सा बनकर नीरज न सिर्फ अपनी व्यक्तिगत उपलब्धियों को बढ़ा रहे हैं, बल्कि इससे युवा भारतीय एथलीट्स को भी प्रोत्साहन मिल रहा है। इस सीरीज में एथलीट्स अंकों के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं ताकि वे अंतिम फाइनल के लिए क्वालिफाई कर सकें, जो ब्रसेल्स में आयोजित होती है। इस प्रतियोगिता के विजेता को डायमंड ट्रॉफी के साथ-साथ अगले वर्ष की विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए वाइल्ड कार्ड भी प्राप्त होता है।
नीरज चोपड़ा का पारिवारिक और पेशेवर जीवन का संतुलन बनाए रखने का प्राथमिकता है। उन्होंने इस बात पर ध्यान केंद्रित किया है कि कैसे वे अपनी प्रतिस्पर्धा और प्रशिक्षण के साथ-साथ परिवार और दोस्ती को भी समय दे सकते हैं। यह संतुलन उन्हें मानसिक और भावनात्मक मजबूती प्रदान करता है।
नीरज चोपड़ा ने अपने शानदार प्रदर्शन से एक बार फिर साबित कर दिया कि वे भारतीय खेलों के चमकते सितारे हैं। अपने देश का नाम रौशन करने के लिए उनका यह प्रयास और समर्पण सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। हम उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं और नीरज को शुभकामनाएं देते हैं कि वे अपनी चोट से जल्दी उबरकर और भी बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें।
लॉसान डायमंड लीग में नीरज चोपड़ा का यह प्रदर्शन भारतीय खेल प्रेमियों के लिए गर्व का क्षण है।
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