भारत के स्टार एथलीट और ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा इस सीज़न में अपनी तीसरी प्रतियोगिता के लिए तैयार हैं। वह 28 मई को चेकिया के ओस्ट्रावा में होने वाले गोल्डन स्पाइक एथलेटिक्स मीट में हिस्सा लेंगे। इससे पहले उन्होंने दोहा डायमंड लीग में दूसरा स्थान हासिल किया था, जहां उन्होंने 88.36 मीटर का थ्रो किया था। इसके अलावा उन्होंने फेडरेशन कप में 82.27 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता था।
ओस्ट्रावा मीट वर्ल्ड एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर गोल्ड लेबल इवेंट है और यहां नीरज को कड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद है। उनका मुकाबला घरेलू पसंदीदा याकुब वाडलेच और ग्रेनाडा के पूर्व विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स से होगा। इस प्रतियोगिता में कई अन्य वैश्विक स्टार भी हिस्सा ले रहे हैं, जिनमें इटली के मार्सेल जैकब्स, जियानमार्को तंबेरी और स्वीडन के पोल वॉल्टर मोंडो ड्यूप्लांटिस शामिल हैं।
नीरज चोपड़ा के लिए यह प्रतियोगिता पेरिस ओलंपिक 2024 की राह में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। ओस्ट्रावा मीट के बाद वह 18 जून को फिनलैंड के तुर्कु में होने वाले पावो नूरमी गेम्स में भाग लेने की उम्मीद कर रहे हैं। यह टूर्नामेंट भी उनकी ओलंपिक तैयारी का एक अहम हिस्सा होगा।
पिछले साल नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 88.13 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता था। वह ओलंपिक और वर्ल्ड चैंपियनशिप दोनों में स्वर्ण जीतने वाले पहले भारतीय बने थे। उन्होंने 2021 टोक्यो ओलंपिक में भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।
नीरज चोपड़ा के शानदार प्रदर्शन ने भारतीय एथलेटिक्स को एक नई पहचान दी है। उनकी उपलब्धियां युवा एथलीटों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं। पिछले कुछ वर्षों में भारतीय एथलेटिक्स ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ी है और भविष्य में भी इसके बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
नीरज चोपड़ा जैसे एथलीटों ने साबित किया है कि सही प्रशिक्षण, लगन और समर्पण से भारत भी विश्व एथलेटिक्स में अपनी धाक जमा सकता है। उनके प्रदर्शन से देश के अन्य एथलीटों को भी प्रोत्साहन मिलेगा और भारतीय खेलों का भविष्य उज्ज्वल होगा।
वर्ष | टूर्नामेंट | स्थान |
---|---|---|
2021 | टोक्यो ओलंपिक | स्वर्ण पदक |
2022 | वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप | स्वर्ण पदक |
2023 | दोहा डायमंड लीग | रजत पदक |
2023 | फेडरेशन कप | स्वर्ण पदक |
नीरज चोपड़ा ने अपने करियर की शुरुआत 2016 में की थी। उन्होंने जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था। इसके बाद उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स जैसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट्स में भी पदक जीते।
2021 टोक्यो ओलंपिक नीरज के करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। उन्होंने 87.58 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। वह ओलंपिक में स्वर्ण जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक एंड फील्ड एथलीट बने।
नीरज लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और उनसे पेरिस ओलंपिक में भी पदक की उम्मीद है। वह भारतीय एथलेटिक्स के सुपरस्टार हैं और उनके खेल ने पूरे देश को एकजुट कर दिया है। आने वाले समय में भी वह नई ऊंचाइयां छूने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
नीरज चोपड़ा ने अपने शानदार प्रदर्शन से एथलेटिक्स के क्षेत्र में भारत को एक नई पहचान दी है। उनकी सफलता से युवाओं को खेलों में करियर बनाने की प्रेरणा मिली है। आने वाले समय में नीरज से और भी बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद है और वह निश्चित रूप से भारत के लिए और कई पदक जीतेंगे।
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