यूनिकॉमर्स eSolutions ने अपने IPO के जरिए बाजार से धन जुटाने का निर्णय लिया और 6 अगस्त से 8 अगस्त तक निवेशकों के लिए सब्सक्रिप्शन की प्रक्रिया शुरू की। इस IPO का मुख्य आकर्षण इसका तीव्र oversubscription था, जो 168.35 गुना अधिक सब्सक्राइब हुआ। यह स्पष्ट संकेत देता है कि कंपनी को रिटेल और संस्थागत निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली।
इस IPO में अच्छे उद्योग नाम जैसे Lenskart, Zivame, Fabindia, Mamaearth, TCNS, Sugar, Emami, BoAt, Portronics, और Pharmeasy जुड़े हुए थे जिससे यह अधिक आकर्षक बन गया था। कंपनी ने अपने शेयरों की कीमत ₹102-108 प्रति शेयर के बीच रखी, जिसमें न्यूनतम लॉट साइज़ 138 शेयरों का था और रिटेल निवेशकों के लिए न्यूनतम निवेश ₹14,904 रखा गया।
IPO के दौरान, गैर-संस्थागत निवेशकों की श्रेणी 252.46 गुना सब्सक्राइब हुई, जबकि योग्य संस्थागत खरीदारों की श्रेणी 138.75 गुना और रिटेल निवेशकों की श्रेणी 130.99 गुना सब्सक्राइब हुई। इस अभूतपूर्व प्रतिक्रिया के पीछे कंपनी की अद्वितीय SaaS सॉल्यूशंस और मजबूत क्लाइंट बेस का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
IPO पूरी तरह से बिक्री के लिए प्रस्ताव (Offer for Sale) का हिस्सा था, जिसमें कंपनी के शेयरधारकों को उनके हिस्से की राशि प्राप्त होगी। निर्धारित समयानुसार, आवंटन स्थिति 9 अगस्त को फाइनल की जाएगी, असफल बोलीदाताओं को 12 अगस्त को रिफंड मिल जाएगा और सफल बोलीदाताओं के डिमैट अकाउंट्स में शेयर उसी दिन क्रेडिट हो जाएंगे। NSE और BSE पर यूनिकॉमर्स eSolutions के शेयरों की सूचीबद्धता संभावित रूप से 13 अगस्त को होगी।
जो निवेशक IPO के शेयर आवंटन की स्थिति जानना चाहते हैं, वे BSE, NSE और IPO रजिस्ट्रार लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की वेबसाइट पर जाकर स्थिति जांच सकते हैं। निवेशक अपने PAN नंबर, एप्लीकेशन नंबर और DP/ क्लाइंट ID के जरिए इस प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं। नीचे कुछ सरल कदम दिए गए हैं:
IPO के परिणामस्वरूप असफल बोलीदाताओं को उनकी रिफंड राशि 12 अगस्त को प्राप्त होगी। जबकि सफल बोलीदाताओं के डिमैट अकाउंट्स में शेयर उसी दिन क्रेडिट हो जाएंगे। इस बीच, निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वह अपने बैंक और डिमैट खातों की सही स्थिति सुनिश्चित करें जिससे किसी भी प्रकार की असुविधा से बचा जा सके।
IPO रजिस्ट्रार लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और बुक-रनिंग लीड मैनेजर्स IIFL सेक्योरिटीज लिमिटेड और CLSA इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा इस प्रक्रिया के सुचारू क्रियान्वयन को सुनिश्चित किया जाएगा।
यूनिकॉमर्स eSolutions की स्थापना 2012 में हुई थी और यह ब्रांड्स, मार्केटप्लेस, रिटेलर्स, और लॉजिस्टिक्स सेवा प्रदाताओं के लिए ऑनलाइन कारोबार प्रबंधन के लिए एक पूरी SaaS सॉल्यूशंस प्रदान करती है। इसका मजबूत क्लाइंट बेस और विस्तारित सेवाएं इसे भविष्य में एक सूत्रधार बना सकती हैं।
कंपनी के IPO को जिस बड़े पैमाने पर सब्सक्रिप्शन मिला, वह न केवल इसकी बाजार में मजबूत स्थिति को दर्शाता है, बल्कि निवेशकों के इसमें विश्वास का भी प्रमाण है। आने वाले समय में यूनिकॉमर्स eSolutions निवेशकों की उम्मीदों पर कितना खरा उतरती है, यह देखना बेहद दिलचस्प होगा।
एक टिप्पणी लिखें